मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बोले- मोदी है तो ओपीएस मुमकिन है
CM Jairam Thakur मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मोदी है तो पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली होना भी मुमकिन है। वर्ष 2003 में जिन लोगों ने प्रदेश में नई पेंशन योजना (एनपीएस) लागू की थी वे आज कर्मचारियों को इसे बहाल करने का आश्वासन दे रहे हैं।
मंडी, जागरण संवाददाता। CM Jairam Thakur, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मोदी है तो पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली होना भी मुमकिन है। वर्ष 2003 में जिन लोगों ने प्रदेश में नई पेंशन योजना (एनपीएस) लागू की थी, वे आज कर्मचारियों को इसे बहाल करने का आश्वासन दे रहे हैं। अपने समय में वे लोग वोट की लालसा में कर्मचारियों को हालीलाज बुलाकर नारे लगवाकर उनका शोषण करते रहे। आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए उन्होंने कोई नीति तक नहीं बनाई।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शुक्रवार को मंडी के विपाशा सदन में मुख्यमंत्री की एक शाम कर्मचारियों के नाम कार्यक्रम में कहा कि वर्तमान सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों को ठेकेदारी प्रथा से निजात दिलाने के लिए सरकारी कंपनी के तहत लाने का निर्णय लिया है। पीटीए व एसएमसी शिक्षकों को घर भेजने का एक दौर भी आया, लेकिन सरकार चट्टान की तरह साथ खड़ी रही। सुप्रीम कोर्ट तक दोनों वर्गों का केस लड़कर राहत पहुंचाने का काम किया है।
उन्होंने शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि कर्मचारियों को डंडे की नहीं प्यार की जरूरत है। डंडा चलाना आज जानवरों पर संभव नहीं है, आदमी तो दूर की बात है। राजनीति के नौसिखिये उन्हें सलाह दे रहे हैं। सरकार ने ईमानदारी से कर्मचारियों के हर वर्ग की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया है। कोविड का दौर नहीं होता तो और अधिक वित्तीय लाभ मिलते। कर्मचारियों को डरने की आवश्यकता नहीं है। जो डंडे के दम पर काम लेने की बात कर रहे हैं, प्रदेश की जनता व कर्मचारी उन्हें ऐसा करने का मौका नहीं देंगे। कर्मचारी समाज का महत्वपूर्ण अंग है। राजनीति से लेकर हर बात की समझ रखते हैं। जनता रिवाज बदलने को तैयार बैठी है। ऐसे में कर्मचारी भी किसी भ्रम न रहें।
कांग्रेस ने किए होते प्रयास तो धरातल पर होता हवाई अड्डा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मंडी जिले के बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डा हर हाल में बनकर रहेगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरु होगी। सवाल उठाने वाले कांग्रेस नेताओं ने अपने समय में प्रयास किए होते तो आज धरातल पर हवाई अड्डा नजर आता।