सत्यानंद स्टोक्स के नाम पर रखा केंद्रीय विश्वविद्यालय के वनस्पति उद्यान का नाम
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के जदरांगल के प्रस्ताव परिसर में बनाए गए वनस्पति उद्यान को सीयू को सत्यानंद स्टोक्स वनस्पति उद्यान का नाम दिया है। सत्यानंद स्टोक्स प्रदेश में सेब की खेती की शुरूआत करने वाले व्यक्ति थे।
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के जदरांगल के प्रस्ताव परिसर में बनाए गए वनस्पति उद्यान सीयू को सत्यानंद स्टोक्स वनस्पति उद्यान का नाम दिया है। सत्यानंद स्टोक्स प्रदेश में सेब की खेती की शुरूआत करने वाले व्यक्ति थे।
सीयू के कुलपति ने आज उद्यान का उद्घाटन किया गया। उन्होंने जीवित जीवाश्म (जिन्को बाइलोबा) नामक पौधा रोपा और शिलान्यास पट्टिका का अनावरण कर वनस्पति उद्यान का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की शुरूआत स्थानीय मंदिर में कुलपति द्वारा देवी की पूजा-अर्चना के साथ की गई। इसके बाद वनस्पति उद्यान की शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया गया।
डॉक्टर कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने इस कार्यक्रम के लिए जीव विज्ञान स्कूल को बधाई दी और कार्यक्रम में मौजूद लोगों को स्वामी सत्यानंद स्टोक्स के बारे में जानकारी दी । उन्होंने कहा कि सत्यानंद स्टोक्स (सैमुअल एवान स्टोक्स) का जन्म अमेरिका में हुआ। सन 1904 में 22 वर्ष की आयु में भारत आए तथा ईसाई धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया। इसके बाद उन्होंने अपना नाम सत्यानन्द स्टोक्स रख लिया।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने वाले वे पहले अमेरिकी थे। भारत में पहली बार सन् 1916 में सत्यानन्द स्टोक्स ने शिमला में सेब की खेती प्रारंभ की । आज हिमाचल प्रदेश सेब की खेती में एक अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बना चुका है । स्थानीय पंचायत प्रधान विद्या देवी ने केंद्रीय विश्वविद्यालय की इस पहल का स्वागत किया। इस मौके पर जीव विज्ञान स्कूल के अधिष्ठाता डॉक्टर प्रदीप कुमार, प्रो. विशाल सूद, डॉक्टर सुमन शर्मा, छात्र-छात्राएं और अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।