सीमेंट कंपनियों ने मनमर्जी से बढ़ा दिए दाम, उद्योग मंत्री ने मांगी रिपोर्ट, कंपनी प्रतिनिधि किए तलब
Cement Rates कोरोना संकट के बीच सीमेंट कंपनियों की मनमानी का खेल जारी है। हिमाचल में सीमेंट बना रही तीनों कंपनियों ने प्रति बोरी कीमत 10 रुपये बढ़ा दी है। कंपनियों ने सीमेंट के दाम बढ़ाने से पहले सरकार को भी अवगत नहीं करवाया।
शिमला, जेएनएन। कोरोना संकट के बीच सीमेंट कंपनियों की मनमानी का खेल जारी है। हिमाचल में सीमेंट बना रही तीनों कंपनियों ने प्रति बोरी कीमत 10 रुपये बढ़ा दी है। कंपनियों ने सीमेंट के दाम बढ़ाने से पहले न सरकार को अवगत करवाया और न ही इस संबंध में सूचित किया है। उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने सीमेंट के दाम बढऩे के मामले में विभाग से रिपोर्ट मांगी है। तीनों सीमेंट कंपनियों के प्रतिनिधियों को तलब करने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग से रिपोर्ट मिलने के बाद सीमेंट कंपनियों से जवाब मांगा जाएगा। वहीं, हिमाचल प्रदेश की अपेक्षा पंजाब, हरियाणा, जम्मू व दिल्ली में सीमेंट सस्ता है। प्रदेश में सीमेंट कंपनियों ने लाकडाउन में मई के बाद अब दूसरी बार सीमेंट के दाम बढ़ाए हैं। मई के दौरान सीमेंट के दाम प्रति बोरी दस रुपये बढ़ाए गए थे।
चार महीने पहले तीनों कंपनियों का सीमेंट प्रति बोरी 400 रुपये से कम था। पिछले साल अगस्त में सीमेंट की एक बोरी 370 रुपये से 385 रुपये तक मिलती थी। इस साल मई में सीमेंट के दाम बढ़ते ही निर्माण सामग्री के मूल्य भी क्रशर मालिकों ने बढ़ा दिए थे। भवन निर्माण करने वाले लोगों को मजबूरन महंगी निर्माण सामग्री खरीदनी पड़ रही है।
सीमेंट के दाम
- राज्य, अंबुजा, एसीसी, अल्ट्राटेक
- हिमाचल, 410, 410, 390
- हरियाणा, 370, 370, 350
- पंजाब, 385, 385, 360
- दिल्ली, 360, 360, 340
- जम्मू, 340, 340, 320 (तीनों कंपनियों के सीमेंट के दाम प्रति बोरी रुपये में)
कंपनियों की लूट चलने नहीं दी जाएगी : कुलदीप राठौर
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर का कहना है सीमेंट के दाम में बढ़ोतरी हैरानी भरा निर्णय है। सीमेंट कंपनियों की लूट चलने नहीं दी जाएगी। सरकार पर सीमेंट कंपनियों का दबाव है। हिमाचल में बनने वाला सीमेंट अन्य राज्यों में सस्ता और यहां महंगा बिकना प्रदेश के साथ अन्याय है। इसे किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जा सकता है।