जोगेंद्रनगर में कार खाई में गिरी, दो भाइयों की मौत व तीन घायल
Jogindernagar Car Accident जोगेंद्रनगर में ढेलू में कार खाई में गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। गाड़ी में पांच लोग सवार थे तीन लोग घायल हैं। डीएसपी लोकेंद्र नेगी ने हादसे की पुष्टि की है। सभी कार सवार घटासनी के लखवान क्षेत्र के बताए जा रहे हैं।
जोगेंद्रनगर, संवाद सहयोगी। Jogindernagar Car Accident, माता के दर्शन के लिए कांगड़ा जा रहे भाइयों की कार ढेलू में खाई में गिरने से दो की मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए। मरने वालों में दो सगे भाई हैं। शवों की पहचान 43 वर्षीय बहादुर ङ्क्षसह और 40 ज्ञान चंद पुत्र हिम्मत राम के रूप में हुई। घायलों में 42 वर्षीय नंद लाल पुत्र हिम्मत राम निवासी लखवाण, 43 वर्षीय मुंशी राम पुत्र सुंदर ङ्क्षसह और 37 वर्षीय फतेह ङ्क्षसह पुत्र शेर ङ्क्षसह निवासी लखवाण शामिल हैं। घायलों को मेडिकल कालेज टांडा रेफर किया गया है।
पद्धर उपमंडल के लखवाण गांव परिवार के सभी लोग दो कारों में सवार होकर कांगड़ा के देहरा देवी के दर्शन को जा रहे थे। इसमें पांच भाई, जिसमें बहादुर ङ्क्षसह, ज्ञान चंद और नंद लाल जो तीनों सगे भाई हैं अपने दो चचेरे भाइयों के साथ एक गाड़ी में सवार थे, जबकि दूसरी गाड़ी पीछे आ रही थी। जोगेंद्रनगर के ढेलू में जब गाड़ी पहुंची तो अनियंत्रित होकर 100 मीटर खाई में गिर गई। पहली गाड़ी को गिरता देख दूसरी गाड़ी भी रुकी और आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे। गाड़ी ने तीन से चार पलटियां खाई जिस कारण घायल गाड़ी में फंस गए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव राकेश चौहान सहित लोगों ने गाड़ी के शीशों को तोड़कर उनको बाहर निकाला और एंबुलेंस व निजी वाहनों की मदद से जोगेंद्रनगर सिविल अस्पताल लाया गया। यहां पर चिकित्सकों ने बहादुर ङ्क्षसह और ज्ञान चंद को मृत घोषित कर दिया। तीन घायलों को टांडा मेडिकल कालेज रेफर किया गया, इनमें से मुंशी राम की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मृतक बहादुर ङ्क्षसह सेना में महाराष्ट्र में कार्यरत था और आजकल छुट्टी पर घर आया था। ज्ञान चंद वेल्डिंग का काम करता था। वहीं प्रशासन ने हादसे के बाद प्रभावित परिवारों को 22500 रुपये की राहत प्रदान की। डीएसपी लोकेंद्र नेगी ने बताया कि पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है।
एंबुलेंस की कमी ने बढ़ाया मर्ज
हादसे में घायलों को टांडा रेफर करने के लिए एंबुलेंस की कमी खली। करीब साढ़े नौ बजे तक तीनों घायलों को प्राथमिक उपचार मिल चुका था। इनमें एक घायल को 108 एंबुलेंस में टांडा रेफर किया गया। दो अन्य घायलों को एबुलेंस के लिए इंतजार करना पड़ा। बैजनाथ से आई एबुलेंस में दूसरे घायल को भेजा गया, जबकि तीसरे घायल को रेफर करने के लिए भी एंबुलेंस समय पर नहीं मिली। पद्धर में भी एंबुलेंस उपलब्ध न हीं थी और बरोट की गाड़ी स्टार्ट ही नहीं हुई। स्वजन इससे खफा दिखे।