केंद्रीय विवि के दीक्षा समारोह और बगलामुखी मंदिर आए थे प्रणब मुखर्जी, विद्यार्थियों को दिया था यह संदेश
Bharat Ratna Pranab Mukherjee पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कांगड़ा जिला में दो बार आए थे।
धर्मशाला, मुनीष गारिया। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कांगड़ा जिला में दो बार आए थे। पहली बार वह 12 फरवरी 2014 को केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू) हिमाचल प्रदेश के दूसरे दीक्षा समारोह में बतौर मुख्यातिथि आए थे। इसके बाद वह 15 मार्च 2015 को बगलामुखी मंदिर पहुंचे थे। सीयू हिमाचल प्रदेश के अस्थायी कैंपस शाहपुर में हुए दूसरे दीक्षा समारोह में बतौर मुख्यातिथि प्रणब मुखर्जी ने मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिए थे। उन्होंने कहा था कि उच्च शिक्षा के लिए विश्वस्तरीय सोच जरूरी है। चिंता की बात है कि भारत के शिक्षण संस्थान विश्व के टॉप 200 शिक्षण संस्थानों में जगह नहीं बना पा रहे हैं। विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ रचनात्मक कार्यों में भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। वहीं, प्रणब मुखर्जी ने बगलामुखी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की थी।
आज भी सहेज कर रखा है अभिभाषण : अग्निहोत्री
प्रणब मुखर्जी द्वारा सीयू के दूसरे दीक्षा समारोह में दिया गया अभिभाषण आज भी सहेजकर रखा है। उन्होंने कहा था कि पढ़ाई के साथ रचनात्मक कार्यों में भागीदारी करें जिसे विद्यार्थियों को आज भी सिखाया जाता है। प्रणब मुखर्जी की कमी कभी पूरी नहीं की जा सकेगी। -प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री, कुलपति, सीयू हिमाचल प्रदेश।
मंदिर में दी गई श्रद्धांजलि
प्रणब मुखर्जी 2015 में बगलामुखी मंदिर आए थे। दुख की बात है कि अब वह हमारे बीच नहीं रहे। मंदिर में सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। -रजत गिरी, महंत, बगलामुखी मंदिर।