बैजनाथ मंदिर में खुले भोले के द्वार, 50 श्रद्धालुओं ने नवाया शीश
क्षेत्र के प्रसिद्ध बैजनाथ और महाकाल मंदिर में भोले बाबा के द्वार खुलते ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
बैजनाथ,जेएनएन। क्षेत्र के प्रसिद्ध बैजनाथ और महाकाल मंदिर में भोले बाबा के द्वार खुलते ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। आज सुबह सात बजे बैजनाथ और महाकाल मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खुल गया है। हालांकि पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से कम दिख रही है। दोनों ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की कोरोना सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। किसी को भी गर्भ गृह में माथा टेकने की इजाजत नहीं है। इसके अलावा रास्ते भी अलग-अलग बनाए गए हैं। बैजनाथ शिव मंदिर के मुख्य पुजारी धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि सुबह से 50 के करीब श्रद्धालु माथा टेक गए हैं और मंदिर में कुछ समय के अंतराल में दो या तीन श्रद्धालु आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर में व्यापक इंतजाम किए गए हैं। उधर महाकाल मंदिर में भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। हालांकि महाकाल और बैजनाथ शिव मंदिर को वीरवार दोपहर के बाद भी खोला गया था। लेकिन पिछले कल शाम को भीड़ काफी कम रही। उधर महाकाल मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित राम मिश्रा ने बताया कि यहां पर भी श्रद्धालु सुबह से आ रहे हैं। भाद्रपद महीने का कल शनिवार है। ऐसे में उस दौरान काफी श्रद्धालु आ सकते हैं। इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। एसडीएम बैजनाथ छवि नांटा ने बताया कि दोनों ही मंदिरों में पूरे इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालु नियमों का पालन करें इसके लिए बोर्ड भी लगाए गए हैं।किसी को भी मंदिर के अंदर जल फूल या प्रसाद चढ़ाने की इजाजत नहीं है।इसके अलावा महाकाल मंदिर में कोई भी मूर्तियों पर तेल या अन्य सामग्री नहीं चढ़ा पाएगा।