अमरगढ़ ने जीती वालीबॉल प्रतियोगिता
उपमंडल जयसिंहपुर के जालग गांव में बीएसफ शहीद एएसआई मोहन सिंह पटियाल को समर्पित दो दिवसीय वालीबाल प्रतियोगिता को मंगलवार को समापन हो गया। प्रतियोगिता अमरगढ़ की टीम ने अपने नाम की जबकि बरठीं की टीम दूसरे स्थान पर रही। समापन समारोह में राजपूत कल्याण ट्रस्ट के चेयरमैन ठाकुर कुलदीप सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की जबकि
संवाद सहयोगी, पालमपुर : उपमंडल जयसिंहपुर के जालग गांव में शहीद एएसआइ मोहन सिंह पटियाल को समर्पित वालीबॉल प्रतियोगिता पर अमरगढ़ की टीम ने कब्जा किया तथा बरठीं की टीम दूसरे स्थान पर रही।
प्रतियोगिता के समापन समारोह में राजपूत कल्याण ट्रस्ट के चेयरमैन ठाकुर कुलदीप सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की जबकि राजेंद्र सिंह जरयाल विशेष अतिथि रहे। सभी अतिथियों ने सर्वप्रथम शहीद एएसआइ मोहन सिंह पटियाल को श्रद्धांजलि देकर उनकी शहादत को याद किया। इस दौरान स्वर्गीय सूबेदार हरनाम सिंह की पत्नी कमला देवी ने दो दिनों के लंगर का खर्च दिया। यूथ स्पोर्ट्स क्लब प्रधान राकेश पटियाल व प्रकाश धीमान सहित सदस्यों की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों व प्रदेश के विभिन्न जिलों की टीमों ने भाग लिया।
लीग आधार पर आयोजित प्रतियोगिता में चार टीमों के बीच सेमीफाइनल व फाइनल मुकाबले हुए। पहला सेमीफाइनल अमरगढ़ व कुरुक्षेत्र में हुआ। इसमें अमरगढ़ की टीम विजयी रही। दूसरा सेमीफाइनल बरठीं व दस डोगरा के बीच खेला गया। इसमें बरठीं की टीम ने बाजी मारी। फाइनल अमरगढ़ व बरठीं की टीम में हुआ। इसमें अमरगढ़ की टीम विजेता बनी। विजेता टीम को 35 हजार रुपये व ट्रॉफी तथा उपविजेता बरठीं की टीम को 25 हजार रुपये दिए गए।
मुख्य अतिथि ठाकुर कुलदीप सिंह ने खिलाड़ियों से प्रतिभा में निखार लाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देशभक्ति में आजादी से पहले भी सक्रिय रहा है और कारगिल युद्ध में भी दो जवानों ने परमवीर चक्र हासिल किए हैं। उन्होंने युवा पीढ़ी को शहीदों की शहादत से प्रेरणा लेने का संदेश देते हुए नशे से दूर रहने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पंचायत प्रधान रीता धीमान, पैरा मिलिट्री संगठन के मनवीर कटोच, पूर्व सीपीएस जगजीवन पाल, शहीद की पत्नी संसारो देवी, पैरामिलिट्री सहायक कमांडेंट डीआर शर्मा, सहायक कमांडेंट मनकोटिया, कर्म चंद कटोच, जगजीत राणा, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सुरेश जंबाल, विपिन चंद, संजय शर्मा, अमन सूद, राजेंद्र नरयाल, युद्धवीर कटोच, कर्नल एसएस सिपहिया, डॉ. रामधन व अन्य मौजूद रहे।