चामुंडा माता मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को रात को ठहरने में नहीं होगी कोई दिक्कत,प्रशासन ने बनाई योजना
Shri Chamunda Devi Temple अब श्री चामुंडा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए परेशानी नहीं होगी।
योल, जेएनएन। अब श्री चामुंडा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए परेशानी नहीं होगी। इसके लिए मंदिर प्रशासन मुख्य प्रवेश द्वार के समीप शापिंग मॉल की पहली मंजिल पर निर्मित करीब 40 कमरों को अस्थायी तौर पर सराय के रूप में उपयोग में लाएगा। अनुमानित 35 लाख रुपये के बजट को न्यास में मंजूरी दी गई है और आकलन तैयार कर प्रपोजल मंदिर आयुक्त की स्वीकृति को भेजा गया है।
वैसे तो लंगर भवन के समीप खाली जमीन को भी सराय भवन तथा प्रशासनिक भवन के लिए चिह्नित किया गया है जिस पर अनुमानित दो करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। इसके लिए अभी काफी समय लग सकता है, प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए फिलहाल अस्थायी तौर पर ठहराव की व्यवस्था का बीड़ा उठाया है।
2016-17 के दौरान एशियन डेवलपमेंट बैंक ने अनुमानित 5.50 करोड़ रुपये से मंदिर परिसर को संवारने का कार्य शुरू किया था। इसके चलते परिसर में स्थित प्राचीन इमारतें संस्कृत महाविद्यालय, प्रशासनिक भवन, कनिष्ठ अभियंता भवन सहित 35 कमरों के सराय भवनों को गिराया गया था। इसके लिए मंदिर आयुक्त एवं उपायुक्त राकेश प्रजापति ने पिछले माह विकास कार्यों का निरीक्षण करने के बाद अस्थायी तौर पर शाङ्क्षपग मॉल में सराय की व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए थे।
एसडीएम एवं सहायक मंदिर आयुक्त डॉ. हरीश गज्जू ने बताया कि इसके लिए बजट का प्रावधान किया गया है। जल्द ही लोक निर्माण विभाग के सहयोग से कार्ययोजना को अंजाम दिया जाएगा। मंदिर के विकास कार्यों को पूरी तरह से गति प्रदान की जा रही है। चामुंडा माता मंदिर में सालभर में लाखों श्रद्धालु मां का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। इनके लिए हर सुविधा का ध्यान मंदिर प्रशासन की ओर से रखा जा रहा है। अब अतिरिक्त सराय भवन से श्रद्धालुओं को रात को ठहरने में भी कोई परेशानी नहीं होगी।