नाहन में 50 हजार बच्चों को खिलाई-पिलाई जाएगी आयरन की गोली और सिरप
छह माह से दस वर्ष तक के करीब 50 हजार बच्चों को अनीमिया से बचाव के लिए आयरन की गोली और सिरप पिलाया जाएगा। बच्चों में अनीमिया के साथ अन्य बीमारियों की भी जांच की जाएगी। एक जून से 30 जून तक अनीमियां मुक्त अभियान चलाया जाएगा।
नाहन,जागरण संवाददाता। सिरमौर जिला में छह माह से दस वर्ष तक के करीब 50 हजार बच्चों को अनीमिया से बचाव के लिए आयरन की गोली और सिरप पिलाया जाएगा। बच्चों में अनीमिया के साथ-साथ अन्य बीमारियों की भी जांच की जाएगी। जानकारी के अनुसार सिरमौर जिला में एक जून से 30 जून तक अनीमियां मुक्त अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान छह माह से 59 वर्ष के बच्चों को आयरन सिरप पिलाया जाएगा। इसके अलावा पांच से दस वर्ष के बच्चों को आयरन फोलिक एसिड की गोली खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने अभियान को सफल बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।
इस अभियान में जिले के पांचों स्वास्थ्य खंडों में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (आरबीएसके) की 12 टीमों की तैनाती की गई है। इन टीमों में आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर, फार्मासिस्ट और एएनएम शामिल होंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी इनका सहयोग करेंगे। सभी स्वास्थ्य खंडों के खंड चिकित्सा अधिकारी अभियान के दौरान गतिविधियों पर नजर रखेंगे। टीम दवाई व सिरप पिलाने के साथ बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करेगी। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निसार अहमद ने बताया कि एक जून से 30 जून तक सिरमौर जिला में अनीमिया मुक्त भारत अभियान चलाया जाएगा। इसमें छह माह से 10 वर्ष के बच्चों को आयरन सिरप और आयरन फोलिक एसिड की गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा बच्चों में अनीमिया की जांच भी की जाएगी। विभाग ने इसके लिए तैयारियां कर ली है।
ऐसे लक्षणों पर रहेगी टीम की नजर
अनीमिया का निदान रक्त में हीमोग्लोबिन (एचबी) के स्तर की जांच से किया जाता है। इसके अलावा कुछ संकेत और लक्षण हैं, जो अनीमिया की पहचान करने में सहायता कर सकते हैं। इनमें मुख्य रूप से पलक या निचली पलक के अंदर पीलापन, जीभ में सूजन, होठों के किनारों पर दरार, चक्कर आना, थकान, काम में मन न लगना और ऊर्जा की कमी, दिल की धड़कन असमान्य रूप से तेज होना, व्यायाम के दौरान सासों का तेज चलना, लगातार सिरदर्द, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, पैर में ऐंठन, संक्रमण और लगातार बीमार पडऩा शामिल हैं।