अब 50 फीसदी छूट पर मिलेगा पावर बीडर
कुलदीप राणा, पालमपुर : कृषि क्षेत्र में श्रमिकों की कमी एवं मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभा
कुलदीप राणा, पालमपुर : कृषि क्षेत्र में श्रमिकों की कमी एवं मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग पावर बीडर पर भी 50 प्रतिशत अनुदान देगा। संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए भी अनेक योजनाएं संचालित की हैं। ऐसे में किसानों को विभाग की ओर से अनुदान पर कृषि उपकरण प्रदान किए जाएंगे। पॉली हाउस में भी 85 प्रतिशत अनुदान देकर संरक्षित खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में पावर टिल्लर की तर्ज पर सीमांत किसानों को पावर बीडर भी अनुदान पर देने की योजना तैयार की है। कृषि विभाग इस वित्त वर्ष में 400 पावर बीडर किसानों को अनुदानित मूल्य पर मुहैया करवाएगा। कृषि विकास योजना के तहत दिए जाने वाले अनुदान में किसान सात दिसंबर से आठ हाउस पावर के बीडर खरीद सकते हैं। कृषि विभाग ने पहली बार पॉवर बीडर को भी इस योजना में शामिल किया है। विभाग ने किसानों से यह भी शर्त रखी है कि पावर बीडर चीन को छोड़कर अन्य किसी भी निर्माता की ओर से निर्मित होंगे। विभाग का मानना है कि चीन में निर्मित उपकरण भले ही सस्ते हों मगर गुणवत्ता में अन्य देशों में निर्मित उपकरणों की बराबरी नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए विभाग ने किसानों को ठगी से बचने के लिए चीन निर्मित कृषि उपकरणों में अनुदान देने से साफ मना कर दिया है।
विभाग के इस निर्णय से श्रमिकों की समस्या के चलते परंपरागत खेती से मुंह मोड़ चुके किसानों के चेहरों पर चमक आई है। कृषि कार्यो को बोझ समझने वाले युवाओं को कृषि की ओर आकर्षित करने में यह योजना सहायक होगी। विभाग की ओर से संरक्षित खेती का बढ़ावा देने के लिए पॉली हाउस में भी 85 प्रतिशत अनुदान सहित युवाओं को देखभाल के लिए प्रशिक्षित करने का विचार किया जा रहा है।
कृषि विभाग के निदेशक डॉ. जगरूप चंद राणा ने बताया कि 400 पावर बीडर 50 प्रतिशत अनुदान पर वितरित किए जाएंगे। योजना में चाइना मेड उपकरणों को अनुदान से बाहर रखा गया है। इसके लिए विभाग की ओर से कंपनियों की इंपेनलमेंट भी कर ली गई है।