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चाय उत्पादक मशीनीकरण अपनाएं : जगजीवन

संवाद सहयोगी, पालमपुर : कृषि विभाग ने मन¨सबल टी-एस्टेट में चाय उत्पादकों के लिए शनिवार को कार्यशाला

By Edited By: Published: Sat, 28 Mar 2015 10:39 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 03:59 AM (IST)

संवाद सहयोगी, पालमपुर : कृषि विभाग ने मन¨सबल टी-एस्टेट में चाय उत्पादकों के लिए शनिवार को कार्यशाला का आयोजन किया। इस मौके पर मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

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इस दौरान उन्होंने कहा कि कृषि और किसानों के उत्थान व विकास के लिए सरकार कृतसंकल्प है। प्रदेश में 2300 हेक्टेयर क्षेत्र में चाय का उत्पादन किया जा रहा है। वर्तमान में ग्रीन और ब्लैक टी का उत्पादन नौ लाख किलोग्राम है और इसे बढ़ाने के लिए प्रयास जरूरी हैं। चाय उद्योग के सम्मुख मजदूरों की कमी सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने आई है और इसके स्थायी हल के लिए चाय उत्पादकों को मशीनीकरण की ओर बढ़ना होगा। उन्होंने उपस्थित वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि चाय उत्पादकों को उत्पादन बढ़ाने और पत्ती तुड़ान के लिए आधुनिक मशीनों के उपयोग की ओर प्रेरित करें। जगजीवन पाल ने सरकार की ओर से रसायनिक खाद, औजार और कीटनाशकों पर दिए जाने वाली अनुदान योजना को फिर शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष चाय उत्पादकों का पक्ष रखने का आश्वासन दिया। खेतों और बगीचों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए राजीव गांधी सूक्ष्म सिंचाई योजना आरंभ की गई है। चाय तकनीकी अधिकारी डीएस कंवर ने चाय उत्पादकों के उत्थान और बगीचों के विकास के लिए प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। कृषि विवि के चाय वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद ने चाय उत्पादकों को चाय तुड़ान के वैज्ञानिक तरीकों और उत्पादन बढ़ाने की जानकारी दी। उन्होंने उत्पादकों का चाय की उन्नत किस्मों कांगड़ा ज्वाला, कांगड़ा आशा और हिम स्फूर्ति की पौध लगाने का आह्वान किया। भू-संरक्षण अधिकारी राजेश सूद ने भी योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस सुलह के अध्यक्ष अरुण राणा, किशोरी लाल मैहता, कश्मीर ¨सह पटियाल, बीडीसी सदस्य अतुल मोंटी, रा¨जद्र ठाकुर, सुरेंद्र ¨सह, अर¨वद समकड़िया, उपनिदेशक टीबोर्ड ऑफ इंडिया गगनेश कुमार सहित अन्य ने उपस्थिति दर्ज करवाई।


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