108 व 102 के कर्मचारियों ने फिर शुरू की हड़ताल, कहा कोई भी मांग नही हुई पूरी
108 व 102 के कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि समझौते के अनुसार कंपनी द्वारा कोई भी मांग पूरी नहीं की गई है और कर्मचारियों के वेतन में कटौती भी की गई।
धर्मशाला, जेएनएन। आपातकालीन सेवाएं 108 व 102 के कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में फिर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। जुलाई में भी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेशभर में आपातकालीन एंबुलेंस सेवाएं प्रभावित हुई थी। जुलाई में कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने के आश्वासन पर हड़ताल माह तक रोकी गई थी लेकिन मांगें पूरी न होने से अब दोबारा शुरू कर दी है। एंबुलेंस कर्मचारियों विकास, असलम, रविकांत, विशाल, राजीव डढवाल तथा रवि सहित अन्य ने कहा कि चार जुलाई 2018 को निदेशक एनएचएम द्वारा करवाए समझौते के बावजूद जीवीके ईएमआरआई द्वारा कर्मचारियों की कोई भी मांग पूरी नहीं की गई है।
चार जुलाई को पूर्व स्वास्थ्य निदेशक पंकज राय, वर्तमान स्वास्थ्य निदेशक मनमोहन शर्मा व उपायुक्त शिमला अमित कश्यप सहित अन्य अधिकारियों के मध्य जायज मांगों को लेकर लिखित समझौता सचिवालय शिमला में हुआ था। कर्मचारियों ने कहा कि इसमें जीवीके ईएमआरआइ कंपनी के उच्च अधिकारियों ने कर्मचारियों की सभी मांगों को चार अगस्त, 2018 से पहले पूरा करने का आश्वासन दिया था। इस दौरान यह भी स्पष्ट किया था कि हड़ताल में शामिल कर्मचारियों का न तो वेतन कटौती की जाएगी और न ही उन्हें नौकरी से निकाला जाएगा।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि समझौते के अनुसार कंपनी द्वारा कोई भी मांग पूरी नहीं की गई है और कर्मचारियों के वेतन में कटौती भी की गई। उन्होंने कहा कि इससे पहले पांच अगस्त को कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया था लेकिन इस दौरान दो दिन का समय मांगा था। अब सात अगस्त को भी शिमला में विभाग व कंपनी के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कोई निर्णय न निकलने के कारण कर्मचारियों ने हड़ताल शुरूकर दी है। बुधवार को 108 व 102 एंबुलेंस बंद रहेगी। उधर, 108 आपातकालीन एंबुलेंस सेवा के कांगड़ा प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि जिला में एंबुलेंस सेवाएं सुचारू चली हैं। साथ ही हड़ताल की संभावना को देखते हुए एंबुलेंस का संचालन जिले में पूर्व की भांति गृहरक्षकों, विभागों के चालकों व स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्टों के माध्यम से किए जाने की भी व्यवस्था की है।