खतरवाड़ में ठेके का विवाद सुलझा, बडियाणा जंगल में खुला
उपमंडल भोरंज की टिक्करी मिन्हासां पंचायत के गांव खतरवाड़ में चल रहे शराब का ठेके का विवाद सुलझ गया है।
संवाद सहयोगी, जाहू : उपमंडल भोरंज की टिक्करी मिन्हासां पंचायत के गांव खतरवाड़ में चल रहे शराब ठेके का विवाद सुलझ गया है। अब यह ठेका घरों व आबादी से दूर बडियाणा जंगल में खुलेगा। यहां पर करीब 26 दिन से ठेके को लेकर विवाद चल रहा था।
खतरवाड़ में रिहायशी व स्थानीय शिव मंदिर के पास ठेका खोला गया था, लेकिन यहां पर स्थानीय युवक का शव मिलने तथा महिलाओं को शराबियों से हो रही परेशानी पर 25 मार्च को लिखित शिकायत प्रशासन को सौंपी गई थी। यहां के लोगों ने मनोह से बस्सी वाया खतरवाड़ मार्ग पर पहली अप्रैल को चक्का जाम कर ठेके को बदलने की मांग की थी। मौके पर पहुंचे भोरंज एसडीएम राहुल चौहान, भोरंज थाना प्रभारी ने मामले को शांत करवाकर ठेके को जल्द बदलने का आश्वासन दिया। इसके बाद ठेके को कुछ ही दूरी पर खोल दिया गया। वहां पर भी ग्रामीणों ने विरोध किया। इस विरोध के चलते शराब का ठेका पुरानी जगह पर खोल दिया। जिस पर ग्रामीणों ने विरोध में खूब हंगामा किया था। मौके पर पहुंचे भोरंज तहसीलदार व आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों ने ठेके को 16 अप्रैल तक अन्य स्थान पर खोलने का भरोसा दिया था। इसके लिए स्थानीय पंचायत प्रधान व शराब के ठेकेदार को ही अधिकृत किया गया। ऐसे में अब आबादी से दूर बडियाणा जंगल के नजदीक ठेका खोला गया है। ग्रामीण मीरा देवी, कमलेश कुमारी, अंजू, बबली, कमला देवी, अमरनाथ, कर्म चंद का कहना है कि ठेका आबादी के दूर होने से सभी ग्रामीणों को राहत मिलेगी।
पंचायत प्रधान रेखा देवी का कहना है कि खतरवाड़ का ठेका नई जगह खुलेगा। इसके लिए नए शेड का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल ठेका खतरवाड़ के लिए आबंटित हो चुका है ऐसे में बंद नहीं हो सकता। अगली बार पंचायत ठेके लिए ग्रामीणों से राय लेगी।
उधर, आबकारी एवं कराधान विभाग के सहायक आयुक्त कुलभूषण गौतम का कहना है कि खतरवाड़ में ठेके को लेकर पंचायत और ठेकेदार ने मिलकर हल निकाला है। विभाग केवल ठेके के खोलने के नॉर्म ही देखेगा। ठेका आबादी व मंदिर से सौ मीटर की दूरी पर होना चाहिए।