हिमाचल के हमीरपुर और ऊना जिले में मंडरा रहा Lumpy Virus का खतरा, पशुपालन विभाग ने जारी किया अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर और ऊना जिले में एक बार फिर लंपी वायरस का खतरा मंडराने लगा है। पशुपालन विभाग ने दोनों जिलों के अलर्ट जारी किया है। इन दोनों जिलों में पिछले साल 25 हजार जानवर लंपी वायरस से प्रभावित हुए थे।
हमीरपुर/ऊना, पीटीआई। पशुपालन विभाग ने ऊना और हमीरपुर जिलों में गायों और भैंसों में लंपी वायरस के खतरे को लेकर अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पड़ोसी राज्यों पंजाब और उत्तराखंड में वायरस के फैलने की खबरों के बाद अधिकारियों ने दोनों जिलों को अलर्ट कर दिया है।
लंपी वायरस मवेशियों में होने वाला एक संक्रामक रोग है। संक्रमण के कारण पशुओं के शरीर में गांठें बन जाती हैं, जिससे स्थिति बिगड़ने पर वजन घटने, मुंह से तरल पदार्थ निकलने, तेज बुखार और दूध कम आने की समस्या भी होती है।
दो जिलों में हजारों जानवर हुए थे लंपी वायरस से प्रभावित
पिछले साल हमीरपुर और ऊना जिले में लगभग 25,000 जानवर लंपी वायरस से प्रभावित हुए थे। अकेले ऊना में लगभग 1,209 जानवर मर गए थे। पशुपालन विभाग के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि ऊना जिले में पशुपालन विभाग ने इस बीमारी के खिलाफ कमर कस ली है।
विभाग की ओर से क्या कहा गया
विभाग ने डेयरी किसानों से अपने पशुओं का टीकाकरण कराने की अपील की है और पड़ोसी राज्यों से पशुओं की खरीद-बिक्री नहीं करने को कहा है। ऊना पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. जय सिंह सेन ने कहा कि लंपी वायरस से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि जिले के सभी पशु चिकित्सा संस्थानों में वैक्सीन बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है। सेन ने जोर देकर कहा, "लंपी प्रभावित क्षेत्रों से पशुओं की खरीद-बिक्री न करें।" उन्होंने पशुपालकों से भी अपील की कि वे अपने मवेशियों में तेज बुखार, भूख न लगना, दूध की कमी और त्वचा में मोटी गांठ जैसे किसी भी लक्षण की सूचना तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सालय या फार्मेसी को दें।