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पंचायत सचिवों की मनमानी से लोगों रोष

संवाद सहयोगी, भोरंज : उपमंडल भोरंज की विभिन्न पंचायतों में लोग पंचायत सचिव की पंचायत कार्यालय

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Dec 2017 10:49 PM (IST)Updated: Fri, 15 Dec 2017 10:49 PM (IST)
पंचायत सचिवों की मनमानी से लोगों रोष
पंचायत सचिवों की मनमानी से लोगों रोष

संवाद सहयोगी, भोरंज : उपमंडल भोरंज की विभिन्न पंचायतों में लोग पंचायत सचिव की पंचायत कार्यालय में आने में मनमर्जी को लेकर लामबंद हो गए हैं। लोगों ने पंचायत कार्यालय में बॉयोमीट्रिक मशीनें और सीसीटीवी लगाने की मांग की है। लोगों का कहना है कि वे पंचायत कार्यालय में कार्यो के लिए जाते हैं, लेकिन कुछ पंचायत कार्यालयों में ताले लटके रहते हैं और न ही सूचना पट्ट पर पंचायत सचिव के अनुपस्थित रहने के कारणों की सूचना उपलब्ध रहती है। इससे लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। कई बार तो लोग दिन में दो से तीन बार पंचायत कार्यालय में चक्कर लगाते हैं, लेकिन ताला ही लटका मिलता है। इससे लोग मायूस हो जाते हैं। अधिकारियों का कहना है कि पंचायत सचिव की पंचायत घर में 10 से पांच बजे तक ड्यूटी होती है। यदि बीडीओ कार्यालय या एसडीएम ऑफिस में बैठक हो तो भी सूचना बोर्ड पर इसका उल्लेख किया जाता है। यदि किसी सचिव के पास दो पंचायतें हों तो भी दोनों पंचायतों के दिन फिक्स होते हैं। इसकी सूचना का उल्लेख भी सूचनापट्ट पर होता है। बावजूद इसके उपमंडल की कई पंचायतों में सचिव मनमर्जी से 11-12 बजे आते हैं और दो-तीन बजे चले जाते हैं। इससे पंचायत में काम करवाने आए लोगों को पंचायत सचिव न मिलने पर निराशा ही हाथ लगती है। क्षेत्र वासियों ने कहा कि सभी पंचायत घरों में बॉयोमीट्रिक मशीनें और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। लोगों का यह भी कहना है कि जब इनसे बात की जाती है और पंचायत में अनुपस्थित रहने का कारण पूछा जाता है तो ये पंचायत सचिव लोगों से ठीक ढंग से बात भी नहीं करते।

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पंचायत सचिव की 10 से पांच बजे तक पंचायत घर में ड्यूटी होती है। यदि कहीं बैठक या अन्य ड्यूटी या छुट्टी पर होने सूचना बोर्ड पर सूचना लिखना सुनिश्चित किया है। फिर भी यदि कोई ड्यूटी में कोताही कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

कीर्ति चंदेल, बीडीओ भोरंज


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