बताओ मरीज व डॉक्टर कहां खड़ी करें गाड़ियां
क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर पहले ही पार्किंग समस्या से जूझ रहा था अब इसे मेडिकल कॉलेज का दर्जा तो दे दिया गया है लेकिन पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं की गई है।
अनिल कुमार, हमीरपुर
क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर पहले ही पार्किंग समस्या से जूझ रहा था अब इसे राधा कृष्णन आयुर्विज्ञान महाविद्यालय का दर्जा दे दिया गया है, लेकिन पार्किंग की समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। यहां तक कि चिकित्सकों को भी गाड़ियां पार्क करने के लिए जगह नहीं मिल रही है। ऐसे में मरीजों व तीमारदारों को भी सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ रहे हैं। सड़क किनारे वाहन खड़े करने पर यातायात पुलिस चालान कर रही है। प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों में मरीज अस्पताल पहुंचते हैं लेकिन पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यदि कोई मरीज को गाड़ी लेकर अस्पताल पहुंचता है तो जल्दी में सड़क किनारे वाहन खड़ा करना पड़ रहा है। अस्पताल में तैनात सुरक्षा कर्मी भी केवल उन्हीं वाहनों को खड़ा करने की इजाजत दे रहे हैं, जिनके नंबर स्वास्थ्य विभाग ने दिए हैं। इसके अलावा किसी भी मरीज या तीमारदार के वाहन को खड़े नहीं करने दिया जा रहा है। अस्पताल में बनी पार्किंग में भी स्थानीय दुकानदार अपना कब्जा जमाए हुए हैं। प्रतिदिन दुकानदार अस्पताल की पार्किंग में वाहनों को पार्क कर रहे हैं। हमीरपुर अस्पताल के मेडिकल कॉलेज बनने के बाद करीब 85 चिकित्सकों की तैनाती की गई है और इसी सत्र से मेडिकल कॉलेज की कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। ऐसे में पार्किंग समस्या और गंभीर हो जाएगी।
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अभी तक जो क्षेत्रीय अस्पातल में सुविधाएं हैं उन्हीं से काम चलाया जा रहा है। धीरे-धीरे सारी व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी। किसी भी दुकानदार की गाड़ी अस्पताल की पार्किंग में नहीं खड़ी करने दी जाएगी। डॉक्टरों को भी अपनी गाड़ियां बाहर लगानी पड़ रही हैं।
-डॉ. अनिल चौहान, मेडिकल कॉलेज, हमीरपुर।