हमीरपुर में आपदा प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर मॉक एक्सरसाइज, बचाव एवं राहत कार्यों के अभ्यास पर दिया जोर
Hamirpur Mock Exercise राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एसडीएमए के निर्देशानुसार आज हिमाचल प्रदेश में मॉक एक्सरसाइज होगी। इसके तहत बाढ़ में या भूस्खलन के मलबे में फंसे लोगों के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाए जाएंगे।
हमीरपुर, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA)और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एसडीएमए के निर्देशानुसार वीरवार को प्रदेशव्यापी मॉक एक्सरसाइज का आयोजन हमीरपुर जिला के पांचों उपमंडलों में आयोजित किया गया । रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डीडीएमए हमीरपुर की टीम के अलावा सभी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया।
आपदाओं के दौरान बचाव कार्यों पर अभ्यास
मॉक एक्सरसाइज में मुख्यत बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बचाव एवं राहत कार्यों के अभ्यास पर जोर दिया गया। इस दौरान जिला के सुजानपुर उपमंडल में पलाही के आस-पास, नादौन उपमंडल में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के आस-पास, भोरंज उपमंडल के भरेड़ी, हमीरपुर उपमंडल के टौणीदेवी एवं मेडिकल कालेज अस्पताल परिसर और बड़सर उपमंडल के दियोटसिद्ध के पास मॉक एक्सरसाइज करवाई गई।
इस दौरान जिला मुख्यालय पर उपायुक्त कार्यालय में आपदा प्रबंधन का जायजा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी लिया जा रहा था और इसकी जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को दी जा रही थी।
रेस्क्यू ऑपरेशन भी किया गया
वहीं, उपायुक्त और डीडीएमए के अध्यक्ष हेमराज बैरवा ने बताया कि मॉक एक्सरसाइज के दौरान बचाव एवं राहत कार्यों को सुनियोजित ढंग से अंजाम देने के लिए दो सड़का के पुलिस ग्राउंड में मुख्य स्टेजिंग एरिया बनाया गया। मॉक एक्सरसाइज के लिए निर्धारित की गई परिस्थितियों के अनुसार इस स्टेजिंग एरिया में सभी आवश्यक संसाधन जुटाए गए और बचाव दलों व मशीनरी को प्रभावित क्षेत्रों पर रेस्क्यू ऑपरेशन किया।
इसके अलावा उपमंडल स्तर पर भी स्टेजिंग एरिया बनाए गए। उपायुक्त ने बताया कि इन संस्थानों पर बाढ़ में या भूस्खलन के मलबे में फंसे लोगों के लिए रेस्क्यू आपरेशन चलाए गए। उपायुक्त ने बताया कि मॉक एक्सरसाइज के संबंध में सभी विभागों को पहले ही दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मॉक एक्सरसाइज को गंभीरता से लियाऔर आपसी समन्वय के साथ कार्य किया
सभी कर्मचारियों ने मॉक ड्रिल में लिया हिस्सा
वहीं, डॉ राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुप्रिडेंट अनिल वर्मा ने बताया कि अस्पताल में मॉक एक्सरसाइज के दौरान 20 से अधिक मरीज पहुंचे हैं और इन्हें तीन कैटेगरी में विभाजित किया गया था उन्होंने बताया कि मॉक एक्सरसाइज के माध्यम से आपातकालीन स्थिति में कार्य करने का अनुभव मिलता है और इस एक्सरसाइज में सभी कर्मचारियों ने मिलकर काम किया है ।