भाजपा सरकार में गोवंश की उपेक्षा : राजेंद्र राणा
कोरोना काल में हाल-बेहाल हुए आम आदमी के जन जीवन के बीच सड़कों पर भटक रहे गऊ वंश की भी जान पर बन आई है। गऊ माता के नाम पर हर दम राजनीति करके गऊ वंश की हिमायती बनने वाली बीजेपी सरकार की घोर उपेक्षा का शिकार हुए इस गऊ वंश के जीवन पर अब खतरा मंडराने लगा है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कही है। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी 2019 को बीजेपी द्वारा घोषित गऊ सेवा आयोग के अस्तित्व में आने के बाद गऊ वंश पर संकट और गहरा गया है।
संवाद सहयोगी, सुजानपुर : राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि गोवंश की भाजपा सरकार में उपेक्षा हो रही है। आरोप लगाया कि पहली जनवरी 2019 को भाजपा की ओर से घोषित गोसेवा आयोग के अस्तित्व में आने के बाद गोवंश पर संकट और गहरा गया है। गोसदनों को मिलने वाली प्रशासनिक मदद पूरी तरह से बंद है। अब ऐसे में कोरोना संकट से जूझ रहे गोसदन संचालक भी परेशान हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने खुद यह ऐलान किया था कि गोसदनों के रखरखाव के लिए प्रदेश के मंदिर ट्रस्टों की आय का 15 फीसद गोसदनों पर खर्च किया जाएगा। केंद्र की कठपुतली बनी प्रदेश सरकार यह एलान करने के बाद अब गोवंश को भूल चुकी है। निश्चित तौर पर यह तय है कि जैसे ही अगला चुनाव आएगा सरकार सड़कों पर भटक रही गोवंश को मुद्दा बनाकर फिर बड़े-बड़े दावे करेगी। क्योंकि बीजेपी यह पूरी तरह से समझ चुकी है कि चुनाव के वक्त जो मर्जी दावे करके सत्ता हासिल कर लो और बाद में उन वादों, दावों को जुमला बता कर भूल जाओ।