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वायरल पत्र मामले में होगी कार्रवाई : जयराम

- वायरल पत्र की जांच किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं - वायरल पत्र का मामला संगठन व हाईकमान तक पहुंचा - मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर केंद्रीय नेताओं से हुई बात - महाराष्ट्र में राज्यपाल ने नियमों को ध्यान में रखकर ही सरकार बनाई

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 05:36 AM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 06:16 AM (IST)
वायरल पत्र मामले में होगी कार्रवाई : जयराम
वायरल पत्र मामले में होगी कार्रवाई : जयराम

जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव के दौरान वायरल पत्र से पार्टी को नुकसान हुआ है। इसकी जांच किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं करवाई गई है। पत्र वायरल करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस भी मामले की जांच कर रही है। जो कुछ होगा वह सामने आ जाएगा। मामला संगठन और हाईकमान तक पहुंच गया है। सरकार मामले की सच्चाई के आधार पर कार्रवाई करेगी।

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मुख्यमंत्री शनिवार को हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर केंद्रीय नेताओं के साथ बात हुई है। इस पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। केंद्रीय नेताओं को हिमाचल के हितों के हर पहलू से अवगत करवाया गया है। उम्मीद है कि केंद्र हिमाचल में चल रहे सभी प्रोजेक्टों को पूरा करने में सहयोग देगा। उन्होंने महाराष्ट्र में सरकार के गठन और देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी। शिवसेना व कांग्रेस के सभी आरोप बेबुनियाद हैं। राज्यपाल ने नियमों के तहत ही सरकार बनाई है। हमीरपुर तक रेल लाइन पहुंचाने व बद्दी को रेल लाइन से जोड़ने के लिए केंद्रीय रेल मंत्री से चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेस हल्ला डालती रहे हम विकास कार्यों को आगे बढ़ाते रहेंगे। नेशनल हाईवे के निर्माण के लिए केंद्रीय मंत्री से चर्चा हुई है। इस मौके पर विधायक नरेंद्र ठाकुर व कमलेश कुमारी, प्रदेश कौशल विकास के समन्वयक नवीन शर्मा व भाजपा नेता मौजूद थे।

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बयान

महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जनता ने जनादेश भाजपा-शिवसेना को दिया था। क्योंकि दोनों दल एनडीए के सहयोगी थे। लेकिन शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ दिया। उसके उपरांत शिवसेना ने कई दूसरे विकल्पों के सहारे सरकार बनाने के प्रयास किए। शिवसेना को सरकार बनाने का अवसर भी मिला। ठीक उसी तरह से भाजपा ने सबसे बड़ा दल होने के चलते सरकार बनाने के रास्ते तलाशे। जिनका परिणाम है कि महाराष्ट्र में भाजपा ने एनसीपी के सहयोग से सरकार बनाई है। सत्ता में आने वाली गठबंधन सरकार स्थायी होगी और महाराष्ट्र की जनता की अकांक्षाओं पर खरा उतरेगी। यदि महाराष्ट्र में भाजपा का शिवसेना के साथ गठबंधन नहीं होता तो भाजपा अपने बलबूते पर सत्ता प्राप्त करने में सक्षम होती मगर भाजपा ने गठबंधन धर्म को निभाया। अब शिवसेना के आरोपों का कोई औचित्य नहीं है।

- जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री।


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