Hamirpur: 99 साल की लाजवंती को दबंगों ने घर में किया कैद, तार लगाकर रास्ता बंद; पीड़ित ने लगाई मदद की गुहार
Hamirpur में इंसानियत को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है। जिसमें 99 साल की बुजुर्ग लाजवंती देवी व उनकी पुत्रबधु कविता देवी को उनके पड़ोसियों ने घर में कैद कर उनका पुश्तैनी रास्ता कांटेदार तार व टाई लगाकर बंद कर दिया है।
हमीरपुर / सलौणी, जागरण संवाददाता: हमीरपुर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली जंगल रोपा पंचायत के मसियाणा गांव में इंसानियत को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है। जिसमें 99 साल की बुजुर्ग लाजवंती देवी व उनकी पुत्रबधु कविता देवी को उनके पड़ोसियों ने घर में कैद कर उनका पुश्तैनी रास्ता कांटेदार तार व टाई लगाकर बंद कर दिया है।
अब यह परिवार घर से बाहर निकलने के लिए भी महरूम हो गया है और रोजमर्रा के सामान लाने के लिए भी सडक पर चलते लोगों को आवाज़ लगा रहा है। हद तो तब हो गई जब गत रात 11 बजे के करीब जब बुजुर्ग महिला की तबीयत खराब हुई और एम्बुलेंस को कविता देवी द्वारा फोन करके बुलाया गया।
एम्बुलेंस मौके पर पहुची लेकिन रास्ता बंद होने के कारण बुजुर्ग महिला को घर से बाहर ऐमबुलेंस तक नहीं पहुंचा सके। हार फार कर एम्बुलेंस आधा घंटे तक कोशिश करने के बाद भी खाली हाथ बापिस लौटे घर के चारों तरफ कांटे दार तार व टीन लगी होने के कारण एम्बुलेंस कर्मी अन्दर नहीं जा सके।
कविता देवी ने बताया कि उनके पडोसी राज कुमार पुत्र प्रकाश चंद ने उनके पुषतैनी रास्ते पर लगभग एक साल पहले कांटे दार तार लगाई और अब घर के चारों तरफ टीन लगाकर उन्हे घर के अंदर कैद कर दिया है। कविता देवी ने बताया कि वह लोगों के घर काम करके अपना व अपने परिवार का गुजर वसर करती है लेकिन उनके पडोसी अपने रसूख का इस्तेमाल करके उन्हे परेशान कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कि पडोसियों द्वारा उनके घर की तरफ सीसीटीवी कैमरे लगा कर उनकी निजता पर प्रहार किया जा रहा है। उन्होंने कई बार पंचायत को भी इस विषय में बताया लेकिन पंचायत ने भी उनकी इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया।
कविता देवी ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर का हवाला देते हुए कहा कि वहां शिकायत करने पर भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ । अब कविता देवी ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है कि जल्द ही उनकी इस समस्या का समाधान किया जाए।
उधर ,पंचायत प्रधान जंगल रोपा अशवनी ठाकुर ने बताया कि इस मामले में कई बार समझौता पंचायत द्वारा करवाने की कोशिश की गई लेकिन संबंधित पक्ष समझौते पर कायम नहीं रहता है।