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पंजीकरण के बिना नहीं मिलेगा इलाज

संवाद सहयोगी, चंबा : जिन पशु पालकों ने अपने पशुओं का पंजीकरण नहीं करवाया है वे जल्दी से इनका पंजीकरण

By Edited By: Updated: Sat, 25 Oct 2014 01:00 AM (IST)
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संवाद सहयोगी, चंबा : जिन पशु पालकों ने अपने पशुओं का पंजीकरण नहीं करवाया है वे जल्दी से इनका पंजीकरण करवा लें। क्योंकि जिन पशुओं का पंजीकरण नहीं हुआ होगा। पशु पालन विभाग उनको इलाज तथा अन्य सुविधाएं नहीं देगा। पंजीकरण करवाने के लिए पशु पालन विभाग ने अंतिम तिथि फरवरी 2015 की रखी है।

पशु पालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुनील बेदी ने कहा कि यदि पशुपालक अपने पशुओं का पंजीकरण फरवरी तक नहीं करवाते हैं तो विभाग की तरफ से उनके पशुओं को किसी भी प्रकार की इलाज की सुविधा नहीं दी जाएगी। पशुओं का पंजीकरण हो जाने से जहां इन पशुओं को सही तरह से इलाज मिल सकेगा। वहीं विभाग को जिला में पशुओं की संख्या के सही आंकड़े मिल सकेंगे। पशुओं के पंजीकरण के समय उन पर एक पक्का नंबर लगा दिया जाएगा। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि जो लोग अपने पशुओं को बाहर सड़कों पर छोड़ जाते हैं उन पर भी शिकंजा कसने में आसानी होगी। विभाग के कर्मचारी भी ग्रामीण स्तर पर पशु पालकों को जागरूक करने का अभियान चलाएंगे। इसके लिए ग्रामसभा का भी सहारा लिया जाएगा। पंजीकरण हो जाने पर पशुपालक सीधे तौर पर विभाग से जुड़ सकेंगे। इससे उनको विभाग की सभी प्रकार की योजनाओं के बारे में आसानी से पता चल सकेगा, जिससे जिला में दूध उत्पादन को बढ़ाने में आसानी रहेगी।

उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि वे अपने पशुओं का अच्छी तरह से ध्यान रखें तथा उन्हें सड़कों पर न छोड़ें। गौरतलब है कि अधिकतर पशुपालक अपने पशुओं को सड़कों या बाजार में छोड़ देते हैं, इससे जहां ट्रैफिक जाम जैसी समस्या बनी रहती है वहीं दुकानदारों तथा राहगीरों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं उन पशुओं को भी मुसीबतें झेलनी पड़ती हैं, जिनको उनके मालिक बाहर छोड़ देते हैं। इसलिए पशु पालक समय रहते इन पशुओं का पंजीकरण करवा लें। विभाग चाहता है कि पशुओं को चारे के लिए जगह-जगह न भटकना पड़े। पशु पालन विभाग का यह कदम कितना सही रहेगा यह तो समय ही बताएगा।