पहाड़ों पर हिमपात, मैदानों में बौछारें
पहाड़ों पर हिमपात के साथ मैदानों में गिरी बौछारों से कांगड़ा घाटी ठंड की चपेट में आ गई है। धौलाधार की पहाड़ियों पर सुबह से हल्की बर्फबारी का दौर शुरू हो गया, जो दिनभर जारी रहा। शाम ढलने के साथ धर्मशाला शहर में भी
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : पहाड़ों पर हिमपात के साथ मैदानों में बौछारों से कांगड़ा घाटी ठंड बढ़ गई है। धौलाधार की पहाड़ियों पर सुबह से हल्की बर्फबारी का दौर शुरू हो गया, जो दिनभर जारी रहा। शाम ढलने के साथ धर्मशाला शहर में भी मामूली बारिश हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने शहर में 4.5 एमएम बारिश दर्ज की है।
धर्मशाला शहर सबसे ठंडा क्षेत्र नड्डी रहा है। देर शाम 7 बजे के बाद धर्मशाला शहर में अधिकतम पारा 16 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस रहा। मैक्लोडगंज में अधिकतम पारा 13 जबकि न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस, जबकि सबसे ठंडा मौसम पर्यटन स्थल नड्डी का रहा है। यहां पर 11 डिग्री सेल्सियस अधिकतम जबकि न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
उधर, मौसम विभाग के प्रभारी वीरेंद्र शर्मा के मुताबिक दिन जरूर मौसम गर्म था, लेकिन पहाड़ों पर गिरी ताजा बर्फबारी के साथ शाम को मौसम ठंडा हो गया है। शहर में 4.5 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
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छोटा भंगाल में किसान को सताने लगी पशु चारे की चिंता
संवाद सूत्र, बरोट : चौहार घाटी तथा छोटा भंगाल में लगभग एक माह बाद शुक्रवार को सुबह से ही ऊपरी भाग थमसर जोत, डेहनसर, ढूंढणी धार, जालसू जोत, लोलर आदि स्थानों में बर्फबारी का सिलसिला जारी है तथा निचले भाग में रुक-रुक कर होती रही। इस कारण दोनों घाटियां प्रचंड ठंड की चपेट में आ गई है। दोनों घाटियों के लोगों ने नवंबर में ही गर्म कपड़े पहन लिए हैं। स्थानीय निवासी राजेश कुमार, व¨जद्र ¨सह, राम कृष्ण, राधे श्याम, नरेश कुमार, कर्म ¨सह भागमल, प्रेम ¨सह आदि ने बताया कि मौसम ऐसा बन गया है कि घाटियों के निचले भाग में कभी भी बर्फबारी हो सकती है। मौसम का अगर यही मिजाज रहा तो घाटियों के किसान सर्दी के लिए पशुओं के चारे व ईधन की लकड़ी का भंडारण नहीं कर पाएंगे।