शाबाश बेटियो! तमगा मुबारक
बेटियों की उपलब्धि से परिवार में खुशी का माहौल है। बकौल सुरजीत कुमार, उनकी दो जुड़वां बेटियां और एक बेटा है।
पालमपुर, जेएनएन। बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। हर क्षेत्र में शोहरत हासिल कर माता-पिता का नाम रोशन कर रही हैं। पालमपुर उपमंडल के रमेहड़ गांव की दो जुड़वां बहनें सेना में बतौर लेफ्टिनेंट सेवाएं देंगी। पूर्व नेवी ऑफिसर और वर्तमान में विद्युत विभाग पालमपुर में बतौर एसडीओ तैनात सुरजीत कुमार व कुसुम कुमारी की दोनों जुड़वां बेटियों ने हाल ही में बतौर लेफ्टिनेंट सेवाएं शुरू की हैं।
एक बेटी प्रियसी डोगरा की कमीशन सरमिनी हो चुकी है तो दूसरी पल्लवी डोगरा इसका इंतजार कर रही है। बेटियों की उपलब्धि से परिवार में खुशी का माहौल है। बकौल सुरजीत कुमार, उनकी दो जुड़वां बेटियां और एक बेटा है। दोनों बेटियों की प्राथमिक शिक्षा मुंबई में हुई है तो जमा दो तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय होल्टा से की है। प्रियसी ने बतौर कैडेट नर्सिंग कॉलेज ऑफ बेंगलुरु में ज्वाइनिंग दी और चार साल की ट्रे¨नग के बाद अब बतौर लेफ्टिनेंट सेवाएं चंडीगढ़ के चंडीमंदिर में देंगी।
पल्लवी एमबीबीएस के बाद सेना में मेडिकल ऑफिसर के रूप में सेवाएं देगी। पल्लवी ने देशभर में चयनित 47 उम्मीदवारों में से 14वें स्थान पर रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पल्लवी अंबाला कैंट अस्पताल में हैं और आगामी दिनों में कमीशन पास का कार्यक्रम होना है। पूर्व नेवी अधिकारी ने बताया कि दोनों बेटियों ने उनका सपना साकार कर दिया है। बेटा दुष्यंत भी वेटरनरी ऑफिसर के रूप में लुधियाना में सेवाएं दे रहा है।