धर्मशाला में रोके जा रहे विकास कार्य : सुधीर शर्मा
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने धर्मशाला में विकास के कामों में स्थानी
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने धर्मशाला में विकास के कामों में स्थानीय जनता के हितों की हो रही अनदेखी पर दुख जताया है। धर्मशाला के विकास में यह बात आड़े नहीं आनी चाहिए कि यहां विकास योजनाओं के लिए किस सरकार या मंत्री ने धन मंजूर करवाया था। यहां जारी बयान में सुधीर शर्मा ने कहा कि धर्मशाला में उन द्वारा शुरू करवाए गए कार्यो को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। वर्तमान सरकार व इसके मंत्री इन कामों में इस लिए बाधा उत्पन्न कर रहे हैं कि इनके लिए धन 2015 से पहले कांग्रेस सरकार के समय में मंजूर हुआ है। 2014 में धर्मशाला के सुंदरीकरण के लिए एडीबी के अधिकारियों से बैठक कर यहां ऐसे प्रोजेक्टों पर काम शुरू करवाया था, जिसके माध्यम से क्षेत्र में पर्यटन स्थल भी नए रूप में विकसित हों और इसमें रोजगार के भी कई अवसर पैदा हों। इसके लिए 42 करोड़ की परियोजना मंजूर करवाई थी। इसमें भागसूनाग मंदिर, अंघजर महादेव मंदिर व चामुंडा मंदिर का सुंदरीकरण का कार्य शामिल था। इसके अलावा धर्मशाला के कैंची मोड़ व मान पेट्रोल पंप के समीप धर्मशाला कि वादियों को देखने के लिए स्थल विकसित करने व शहीद स्मारक से लेकर कोतवाली बाजार तक सड़क के हिस्से व आसपास के क्षेत्र के सुंदरीकरण, कोतवाली में फुहारा चौक को नए रूप में बनाने तथा ट्यूलिप गार्डन बनाना शामिल था। लेकिन भाजपा सरकार व इसके मंत्री इन कार्यो को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं। श्रीनगर के बाद धर्मशाला में बन रहे ट्यूलिप गार्डन के काम को बिना किसी तथ्य के निशाने पर लिया जा रहा है। स्थानीय नेता मंत्री से अधिक जांच अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे हैं। नरवाणा में बन रहे ट्यूलिप गार्डन को के लिए एडीबी से 7 करोड़ 32 लाख मंजूर किए गए थे और इस कार्य पर करीब 40 प्रतिशत धन एक साल में खर्च किया जा चुका है। इससे कई रोजगार के अवसर पैदा होंगे। लेकिन वर्तमान में मंत्री काग्रेस सरकार द्वारा स्वीकृत धन का उपयोग करने में विफल साबित हो रहे हैं। आज धर्मशाला में कानून व्यवस्था भी चरमरा गई है। उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कामों पर भी दुख जताया है।