सौरभ वन विहार की हालत जल्द सुधरना मुश्किल
शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के नाम पर बने सौरभ वन विहार की हालत जल्द सुधरती नहीं दिख रही है।
जागरण संवाददाता, पालमपुर : शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के नाम पर बने सौरभ वन विहार की हालत जल्द सुधरती नहीं दिख रही है। बाढ़ आने के बाद यहां पर बिखरी रेत को निकालने का जो काम प्रशासन ने शुरू करवाया था वह बंद कर दिया गया है। केंद्रीय टीम के दौरे के दौरान यहां पर सफाई कार्य शुरू हुआ था, लेकिन अधिकारियों पर ठेकेदारों की लॉ¨बग इस मामले में भारी पड़ती दिख रही है। जानकार बताते हैं कि चहेते ठेकेदारों को रेत निकालने का काम दिलवाने के लिए आए दिन प्रशासन के पास नेताओं के फोन बज रहे हैं। वहीं साइट पर दो से तीन जेसीबी अलग-अलग ठेकेदारों की पहुंचने के कारण भी दिक्कत हो रही है। इसी का नतीजा है कि फिलहाल रेत निकालने के काम को बंद कर दिया गया है।
सौरभ वन विहार में लाखों रुपये की रेत पड़ी है। इसको निकालने के लिए हर कोई आगे आ रहा है। अधिकारियों के लिए भी यह परेशानी बन गई है कि किसे मना करें किसे नहीं। ऐसे में लगातार हो रही खींचतान के कारण दो तीन दिन से काम को रोक दिया गया है। हालांकि अधिकारी इसके पीछे प्रशासनिक कारण होने का हवाला दे रहे हैं। लेकिन चर्चा यह है कि चहेतों को काम दिलवाने के लिए हो रही लॉ¨बग इसका कारण है।
बता दें कि सितंबर के अंत में न्यूगल खड्ड में बाढ़ आने से पानी सहित मलबा सौरभ वन विहार में घुस गया था। इससे यहां पार्क और झील पूरी तरह तबाह हो गई है। पूरा पार्क खड्ड में बदल गया है।
केंद्रीय टीम जब नुकसान का जायजा लेने पालमपुर आई थी तो उससे पहले जेसीबी लगाकर रेत निकालने का काम शुरू किया था, लेकिन इसके बाद अब काम बंद कर दिया है। वन विभाग के डीएफओ बीएस यादव ने बताया कि प्रशासनिक कारणों के चलते रेत निकालने के काम को रोका गया है, इसे जल्द शुरू कर दिया जाएगा।
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टेंडर प्रक्रिया भी एक मार्ग
अभी तक वन विहार से रेत निकालने का कार्य विभाग की ओर से करवाया जा रहा है, लेकिन इसकी टेंडर प्रक्रिया नहीं हुई है। हालांकि सूत्रों की माने तो यहां पर इतनी रेत है कि अगर इसको सही तरीके से निकाला जाता है तो विभाग को भी आमदनी होगी और उस पैसे को वन विहार के रखरखाव पर खर्च किया जा सकता है। लोगों ने भी जल्द रेत निकालकर इसे संवारने के कार्य को अंजाम देने की मांग की है।