बज्रेश्वरी मंदिर में सौर ऊर्जा संयंत्र बचाएगा लाखों रुपये
बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में 20 लाख रुपये से स्थापित होने वाले वाले सौर ऊर्जा संयंत्र से लाखों रुपये बचेंगे।
कांगड़ा, जेएनएन। माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में 20 लाख रुपये से स्थापित होने वाले वाले सौर ऊर्जा संयंत्र से मंदिर न्यास को लाखों रुपये की बचत होगी। माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर का वार्षिक बिजली बिल 10 से 12 लाख रुपये वार्षिक होता है। सौर ऊर्जा संयंत्र लगने से यह धनराशि हर वर्ष बच जाएगी। मंदिर न्यास की बैठक में मंदिर परिसर में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए मंजूरी दे दी गई है। एसडीएम शशिपाल नेगी ने बताया कि 35 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर लगभग 65 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें सरकार की ओर से 70 प्रतिशत का अनुदान दिया जाएगा, जबकि मंदिर न्यास को 30 प्रतिशत खर्च करना पड़ेगा।
बज्रेश्वरी देवी मंदिर में लगने वाला सौर ऊर्जा संयंत्र हिम ऊर्जा की ओर से लगाया जाएगा। यह जुलाई माह के अंत तक स्थापित हो जाएगा। इस संयंत्र के स्थापित होने के बाद मंदिर परिसर में डीजल से संचालित बिजली जेनरेटर का कार्य भी खत्म हो जाएगा। सौर ऊर्जा प्रणाली 25 वर्षो तक कार्य करती रहेगी। एसडीएम शशिपाल नेगी के अनुसार सौर ऊर्जा संयंत्र लगने से मंदिर परिसर को अन्य लाभ भी मिलेंगे। मंदिर परिसर में सोलर हीटर भी स्थापित किया जाएगा, ताकि लंगर भवन में गर्म पानी की जरूरत भी पूरी हो सके। मंदिर परिसर धूप सुबह से शाम तक एक जैसी रहती है। सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित होने से शत-प्रतिशत बिजली का उत्पादन संभव है।
ग्रिड से जुड़ा होगा संयंत्र सौर ऊर्जा संयंत्र सूर्य के प्रकाश से बिजली पैदा करेगा। यह सीधा ग्रिड से जुड़ा होगा। ग्रिड से जुड़े होने का फायदा यह भी है कि इसमें उत्पादित होने वाली अतिरिक्त बिजली अपने आप ग्रिड को चली जाएगी।