दुष्कर्म के दोषी को सात साल की जेल
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म के दोषी को न्य
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म के दोषी को न्यायालय ने सात साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 79 हजार रुपये का जुर्माना भी किया है। दोषी अनिल भारद्वाज उर्फ आशु निवासी लाहडू तहसील जयसिंहपुर को सजा राजेश तोमर की विशेष अदालत में सुनाई गई है।
जिला न्यायवादी राजेश वर्मा ने बताया जयसिंहपुर क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की की मां ने 2 फरवरी, 2014 को पुलिस थाना लंबागांव में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि अनिल भारद्वाज उनके घर आया और बेटी को एक इंश्योरेंस स्कीम का झासा दिया। स्कीम के तहत दोषी ने कहा कि बैंक में खाता खुलवाना होगा और इसके लिए बेटी को सुजानपुर बुलाया। इस दौरान दोषी लड़की को शिमला ले गया और एक होटल में शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। इसके अगले दिन वह पीड़िता को घर के नजदीक छोड़ गया। इस दौरान युवक ने इस संबंध में किसी को भी न बताने के लिए डराया धमकाया भी था। दोषी ने पीड़िता को धमकी दी थी कि अगर किसी को भी इस बाबत बताया तो वह उसे जान से मार देगा। डरी सहमी लड़की ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। इसके बाद पीड़िता की मां ने पुलिस थाना लंबागाव में मामला दर्ज करवाया था। न्यायालय पहुंचे इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से 16 गवाह पेश किए गए। विशेष अदालत ने दोष सिद्ध होने पर सात वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 79 हजार रुपये का जुर्माना भी किया है। मामले की पैरवी जिला उपन्यायवादी कपिल देव शर्मा ने की।
....................
बच्ची की जान पर भारी पड़ी लापरवाही
-रच्छियालू में हुई घटना से हर कोई स्तब्ध
-आटा मशीन से बच्चों को दूर रखने की नसीहत
-डीएवी स्कूल तियारा में पढ़ती थी नन्ही दीपिका
संवाद सूत्र, गगल : साथ लगते रच्छियालु गांव में नौ साल की बच्ची की आटा चक्की की चपेट में आने से हुई मौत ने सभी को दुखी कर दिया है। वहीं, इस घटना ने एक बात जाहिर की है कि बच्चों के प्रति बरती जा रही लापरवाही कहीं न कहीं उनकी ही जान पर भारी पड़ रही है। नौ साल की दीपिका माता, मौसी व भाई पुष्प के साथ आटा चक्की में चावल लेने आई थी, लेकिन खतरे को न भांपते हुए बच्ची की चुन्नी मशीन की चपेट में आई गई और कुछ ही पल में उसकी मौत हो गई। इस घटना में लापरवाही यह सामने आई कि एक नन्ही बच्ची मशीन के पास कैसे पहुंची। इस घटना से लोगों को भी सबक लेने की जरूरत है कि मशीन व अन्य बिजली उपकरणों से बच्चों को दूर ही रखा जाए। गगल पुलिस स्टेशन के प्रभारी नरेश शर्मा ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दीपिका के पाच भाई-बहन हैं। दीपिका और उसके साथ आया भाई पुष्प जो दोनों जुड़वा थे। हादसे के समय पुष्प ने बहन को बचाने की कोशिश की थी। दीपिका के पिता ज्ञान चंद गगल स्थित केसीसी बैंक में कैशियर हैं। दीपिका की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। डीएवी स्कूल तियारा के कई बच्चों ने भी सहपाठी को अंतिम विदाई दी।