लेखाकार व बहुउद्देश्यीय सोच के हैं सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी
देश के सरकारी स्कूलों के बच्चे सटीक हिसाब किताब रखने वाले लेखाकार और बहुउद्देशीय सोच के हैं। सरकारी स्कूल के बच्चों ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित किए जमा दो की वार्षिक परीक्षा परिणाम में यह बात स्पष्ट कर दी है। बहुउद्देशीय व्यवसाय से जुड़े कला संकाय व लेखाकार की पौध तैयार करने वाले वाणिज्य संकाय की शिक्षा बोर्ड की जारी मेरिट लिस्ट में सरकारी स्कूलों में छात्रों का ही दबदबा है। तीनों संकायों में 5
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : प्रदेश के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी सटीक हिसाब किताब रखने वाले लेखाकार और बहुउद्देश्यीय सोच के हैं। जमा दो के वार्षिक परीक्षा परिणाम से तो यही आभास होता है। बहुउद्देश्यीय व्यवसाय से जुड़े कला संकाय व लेखाकार की पौध तैयार करने वाले वाणिज्य संकाय की मेरिट लिस्ट में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों का ही दबदबा है। तीनों संकायों में 58 विद्यार्थियों की मेरिट लिस्ट में 31 सरकारी स्कूलों से तो शेष निजी विद्यालयों के हैं। निजी स्कूलों का यह आंकड़ा केवल विज्ञान संकाय से ही पहुंच पाया है। विज्ञान संकाय की 27 मेधावियों की मेरिट लिस्ट में 22 निजी स्कूल और पांच सरकारी स्कूल से हैं। कला संकाय की 18 स्कूली छात्राओं की मेरिट में 16 पर सरकारी स्कूलों के छात्र हैं, जबकि दो पर निजी स्कूल हैं। वाणिज्य संकाय की 13 मेधावियों की सूची में नौ स्थान सरकारी व चार निजी स्कूलों के विद्यार्थियों ने हासिल किए हैं। कुल मिलाकर देखें तो सरकारी स्कूलों के आगे निजी के विद्यार्थी कहीं भी टिकते नजर नहीं आए हैं। पिछले वर्ष भी यही स्थिति थी। पिछले वर्ष भी कला व वाणिज्य संकाय में सरकारी स्कूली छात्र छाए थे और विज्ञान में उनकी पकड़ कहीं ढीली ही नजर आई थी। इससे जाहिर है कि सरकारी स्कूलों में कला व वाणिज्य को लेकर छात्र कहीं आगे हैं और विज्ञान में वे अब भी निजी स्कूली बच्चों की बराबरी नहीं कर पाए हैं। कला संकाय : कुल मेरिट 18
सरकारी निजी
16 2 वाणिज्य संकाय : कुल मेरिट 13
सरकारी निजी
9 4 विज्ञान संकाय : कुल मेरिट 27 सरकारी निजी
5 22 .............
जिलों की मेरिट सूची
शिमला- 9
बिलासपुर -9
कुल्लू - 7
हमीरपुर- 7
कांगड़ा- 6
ऊना- 6
सिरमौर-5
मंडी- 4
सोलन- 3
चंबा- 2