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शिवरात्रि में शुरू होगी देव खेल की पंरपरा

कि शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने वाले चौहारघाटी के देवी देवता सेरी मंच में देव खेल व पड्डल मैदान में देवता सहित चोला नाटी का आयोजन किया जाएगा। नौ देवियों समेत सेरी मंच पर कन्यापूजन करने की भी पहल की जाएगी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तथा कन्या भ्रूण हत्या से संबंधित झांकियों का भी आयोजन किया जाएगा। छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी शहर में सर्व देवता समिति की आम सभा का आयोजन किया गया। आम सभा में देव समाज से जुड़े प्रतिनिधियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। इस मौके पर सभा ने प्राचीन देवता के बजंतरियों के मानदेय में दस हजार तथा अन्य पंजीकृत देवताओं के बंजतरियों के मानदेय में पांच हजार रूपये की बढ़ोतरी करने की मांग की गई। ऐसे देवी देवता

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 08:37 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 08:37 PM (IST)
शिवरात्रि में शुरू होगी देव खेल की पंरपरा

संवाद सहयोगी, मंडी : सर्व देवता समिति के अध्यक्ष पंडित शिवपाल शर्मा ने बताया कि शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने वाले चौहारघाटी के देवी-देवता सेरी मंच में देव खेल व पड्डल मैदान में देवता सहित चोला नाटी का आयोजन किया जाएगा। नौ देवियों समेत सेरी मंच पर कन्यापूजन करने की भी पहल की जाएगी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तथा कन्या भ्रूणहत्या से संबंधित झांकियों का भी आयोजन किया जाएगा।

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छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी शहर में सर्व देवता समिति की आम सभा का आयोजन किया गया। आम सभा में देव समाज से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस मौके पर सभा ने प्राचीन देवता के बजंतरियों के मानदेय में दस हजार तथा अन्य पंजीकृत देवताओं के बंजतरियों के मानदेय में पांच हजार रुपये की बढ़ोतरी करने की मांग की गई। ऐसे देवी-देवता जिनके साथ अधिक देवलु रहते हैं उनके लिए लकड़ी की मात्रा में इजाफा करने का भी आम सभा में प्रस्ताव पारित किया गया। राशन व मानदेय भत्ते में बीस फीसद बढ़ोतरी के साथ साथ देवताओं को मिठाई के बदले सूखा मेवा दिया जाए क्योंकि कई मर्तबा देखने में आया है कि देवताओं को दी जाने वाली मिठाई बासी होती है। मंदिरों में दुर्लभ मूर्तियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने जरूरी है। प्रदेश सरकार को इसका खर्च वहन करना चाहिए, जिससे चोरी आदि की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। मुजारा कानून में देवताओं की गई जमीन को वापस दिया जाए। अगर सरकार इस तरह का निर्णय लेती है तो देवता प्रबंधन कमेटियां गो सदन का संचालन भी करेगी। कारदारों ने यह भी मांग रखी कि देवता की सराय के लिए जो पैसा सरकारद्वारा पंचायत को दिया जाता है, उसे देवता कमेटी के खाते में डाला जाए। इस मौके पर युद्ध कुमार, भीम चंद सरोच, राजू पटियाल, रेवती राम, धर्मेंद्र कुमार, मनोज कुमार, नीलमणी, हिम्मत राम, बाला राम, शेष राम, हीरा ¨सह, छिज्जू राम,दिनेश हुकम चंद समेत जिला भर के पंजीकृत सभी 216 देवी देवताओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।


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