कंडक्टर भर्ती परीक्षा में भी साल्वरों का खेल
मुनीष गारिया धर्मशाला हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) कंडक्टर भर्ती लिखित परीक्षा में भी
मुनीष गारिया, धर्मशाला
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) कंडक्टर भर्ती लिखित परीक्षा में भी साल्वरों का खेल सामने आया है। इससे पहले पिछले वर्ष हुए पुलिस भर्ती फर्जीवाड़े में भी साल्वरों की संलिप्तता पाई गई थी। अब कंडक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसआइटी की ओर से गिरफ्तार किए गए चार आरोपितों में से दो साल्वर हैं। इन्होंने ही मुख्य आरोपित मनोज का प्रश्नपत्र साल्व करने में मदद की थी। प्रारंभिक जांच में अभी तक यह पाया गया है कि कंडक्टर भर्ती में साल्वरों का खेल पुलिस भर्ती की तर्ज पर अंतरराज्यीय नहीं है, लेकिन स्थानीय स्तर पर साल्वर इस मामले में भी सामने आए हैं। बड़ी बात यह है कि आरोपितों ने पुलिस से सुराग छिपाने की पूरी कोशिश की है। उन्होंने शिमला हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए जाते समय गोविदसागर झील में अपने-अपने मोबाइल फोन फेंक दिए हैं। आरोपितों की ओर से फोन झील में फेंकने से अब पुलिस की आइटी एक्ट के तहत होने वाली कार्रवाई प्रभावित होगी। मनोज ने फोटो वाट्सएप के माध्यम से कहां-कहां भेजे थे, यह पता करना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। मुख्य आरोपित मनोज ने जमा दो की पढ़ाई करने के बाद आइटीआइ से डिप्लोमा किया था। इसके बाद वह पिछले कुछ साल से दिल्ली में नौकरी कर रहा था। कोरोना के कारण घोषित लाकडाउन के दौरान मनोज दिल्ली में नौकरी छोड़कर घर आया था। इन दिनों वह घर में बेरोजगार था। मनोज के अलावा गिरफ्तार हुआ अनिल निगम में परिचालक है। मनोज का इससे पहले अभिषेक व मुकेश से संबंध नहीं था। ये दोनों अनिल के दोस्त थे। अनिल के कहने पर ही उन्होंने मनोज का प्रश्नपत्र साल्व किया था। दोस्ती के चक्कर में दोनों अपराध के हिस्सेदार बन गए।