सात दिन बाद त्रियुंड में मिला लापता छात्र
त्रियुंड की पहाड़ी से लापता हुए दिल्ली के हिमांशु को सात दिन बाद स्थानीय युवाओं की रेस्क्यू टीम ने सोमवार सुबह ढूंढ निकाला है। टीम सुबह 530 बजे मैक्लोडगंज क्षेत्र से वाटरफॉल से होते हुए उपर पहाड़ी के लिए रवाना हुई थी करीब आठ बजे टीम सदस्यों ने हिमांशु को वाटरफॉल से चार किलोमीटर उपर पहाड़ी से ढूंढ लिया।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : त्रियुंड की पहाड़ी से लापता हुए दिल्ली निवासी छात्र हिमांशु को सात दिन बाद स्थानीय युवाओं की रेस्क्यू टीम ने ढूंढ लिया है। टीम सोमवार सुबह 5.30 बजे मैक्लोडगंज क्षेत्र से वाटरफाल होते हुए ऊपर पहाड़ी के लिए रवाना हुई थी। करीब आठ बजे टीम के सदस्यों ने हिमांशु को पहाड़ी से ढूंढ लिया। छात्र के पैर में फ्रेक्चर हो गया था और इस कारण वह सात दिन से एक ही स्थान पर रुकने के लिए मजबूर हो गया था। स्थानीय युवाओं ने छात्र को पुलिस के हवाले कर दिया है और पुलिस ने मेडिकल जांच के बाद उसे परिजनों के साथ भेज दिया है। 18 मार्च से लापता हिमांशु को ढूंढने के लिए पुलिस व सेना की टीमें त्रियुंड की पहाड़ियों में जा रही थी। रविवार को छात्र के परिजनों ने स्थानीय ट्रैकर कुलदीप को टीम सहित भेजने के लिए कहा। सुबह जब टीम रवाना हुई तो कुछ ही देर बाद पुलिस भी वाटरफाल तक पहुंच गई। इसके बाद रेस्क्यू टीम के सदस्य छात्र को पीठ पर उठाकर धर्मशाला ले आए। पुलिस प्रशासन ने कहा कि जिन युवाओं ने हिमांशु को ढूंढा है उन्हें लाइफ सेवियर अवार्ड प्रदान किया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कांगड़ा संतोष पटियाल ने बताया कि स्थानीय रेस्क्यू टीम की मेहनत से ही छात्र मिल पाया है। मेडिकल के बाद युवक को परिजनों के साथ भेज दिया है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की अग्रसेन यूनिवर्सिटी के द्वितीय सेमेस्टर के 40 विद्यार्थियों का दल धर्मशाला घूमने आया था। दल 18 मार्च को भागसूनाग वाटरफाल से होकर ऊपर पहाड़ी की ओर निकला था। जब दल के सदस्य लौटे तो हिमांशु आहुजा पुत्र पंकज आहुजा निवासी शहादरा दिल्ली उनके साथ नहीं था। छात्र का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था। इस संबंध में छात्र के परिजनों ने पुलिस थाना मैक्लोडगंज में गुमशुदगी की रपट दर्ज करवाई थी।