नूरपुर बस हादसा: हर मृतक के घर शोक मनाने पहुंचे वीरभद्र
वीरभद्र ने कहा कि ब्लैक स्पॉटों पर विभाग को शीघ्र कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि घटना में शिकार होकर काल का ग्रास बने बच्चों की मृत्यु से उन्हें भी गहरा आघात लगा है।
जसूर, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शुक्रवार को नूरपुर क्षेत्र की पंचायत ठेहड़ के गांव चेली में बस हादसे में शिकार हुए घायलों का अस्पतालों में जाकर हालचाल जाना। वहीं, दुर्घटना में मारे गए बच्चों के परिजनों के घर जाकर दुख साझा किया और पीडि़त परिवारों को ढांढस बंधाया। वीरभद्र प्रत्येक उस घर में गए, जिन घरों के चिराग बस हादसे में बुझ गए थे। वह सबसे पहले पठानकोट स्थित निजी अस्पताल में उपचाराधीन बच्चों का उनके पास जाकर हाल जानने पहुंचे। वह नूरपुर के सिविल अस्पताल भी गए, जहां चार बच्चों का उपचार चल रहा है।
वीरभद्र ने कहा कि ब्लैक स्पॉटों पर विभाग को शीघ्र कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि घटना में शिकार होकर काल का ग्रास बने बच्चों की मृत्यु से उन्हें भी गहरा आघात लगा है। इस दुखद घटना से पूरा प्रदेश द्रवित है और पीडि़त परिवारों के साथ खड़ा है। दुर्घटना की वजह का असल पता तो जांच के बाद ही चलेगा, लेकिन उक्त मार्ग को देखने से पता चलता है कि इस पर दो ब्लैक स्पॉट खतरनाक हैं, पहले भी उक्त जगह घटना हुई थी। इस पर संबंधित विभाग को संज्ञान लेना चाहिए था। उक्त मार्ग व अन्य ऐसे ब्लैक सपाटों को चिन्हित कर तुरंत क्रैश बैरियर लगाने चाहिए। उन्होंने उस नन्हे रणवीर से मिलकर उसे शाबाशी दी और उसके हौंसले की प्रशंसा की, जिसने घायल होने के बावजूद बाहर निकलकर लोगों को हादसे की जानकारी दी।