नूरपुर के संपर्क मार्गो में नहीं जल निकास नालियों का नामोनिशान
उपमंडल नूरपुर के अधिकांश संपर्क मार्गो पर जल निकास नालियों का नामोनिशान नहीं है।
संवाद सूत्र, जसूर : उपमंडल नूरपुर के अधिकांश संपर्क मार्गो पर करोड़ों रुपये खर्च कर लोक निर्माण विभाग ने कोलतार तो डाल दी है, लेकिन शायद जल निकासी नालियों को बनाना भूल गया है। इन संपर्क मार्गो के कई हिस्सों में जल निकासी नालियों का नामोनिशान तक नहीं है। यदि कहीं नालियां हैं भी तो वे अवरुद्ध पड़ी हुई हैं। कई स्थानों में सड़क किनारे कुछ लोगों ने निकास नालियों पर ही अतिक्रमण कर रखा है। इसके कारण बारिश का पानी सड़कों पर बहता है और कोलतार उखड़ जाती है। इससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। अब बरसात का मौसम दस्तक दे चुका है, लेकिन सड़क किनारे निकास नालियां न होने से नई डाली कोलतार उखड़ने का डर है। लोगों का कहना है कि सरकार को टारिंग से पहले जल निकासी नालियों की उचित व्यवस्था करनी चाहिए थी।
अभी हाल ही में नूरपुर क्षेत्र के कुछ संपर्क मार्गो में कोलतार बिछाई गई है। इन मार्गो में पिछली बरसात के कारण भारी नुक्सान हुआ था। हैरानी इस बात की है कि पिछली बार बरसात से हुए नुकसान से सबक नहीं लिया गया और बिना जल निकास नालियों को ठीक किए ही कोलतार डाली गई। क्षेत्र के पक्का टियाला से बरंडा, ग्योरा से छत्रोली, राजा का बाग से नगलाहड़ वाया ग्योरा काथल, जसूर से भलून वाया थोहड़ा सहित अन्य संपर्क मार्गो पर विभाग ने अभी हाल ही में टारिंग की है, लेकिन इन संपर्क मार्गो के दोनों ओर कई स्थानों में जल निकास नालियों का कोई नामोनिशान नहीं है तो कई जगह अवरुद्ध पड़ी हैं। लोगों ने संबंधित विभाग से मांग की है कि बरसात से पहले संपर्क मार्गो की निकास नालियां तुरंत बनाई जाएं।
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जिन संपर्क मार्गो पर कोलतार बिछाई गई है, वहां जल निकास नालियों का प्रावधान किया गया है। कहीं-कहीं सड़क की चौड़ाई या जगह पर्याप्त न होने के कारण नालियां नहीं बन पाती हैं। कई स्थानों पर लोग भी निकास नालियां बनाने में सहयोग नहीं करते। फिर भी विभाग बरसात से पहले निकास नालियों की स्थिति सुधारने के लिए प्रयासरत है।
-डीके धीमान, अधिशाषी अभियंता लोनिवि नूरपुर।