मेयर जी! यहां गाड़ियों के आगे पार्किंग बेबस
पर्यटन स्थल भागसूनाग मंदिर में शीश नवाने, स्वीमिंग पूल में नहाने और झरने की सुंदरता को निह
पर्यटन स्थल भागसूनाग मंदिर में शीश नवाने, स्वीमिंग पूल में नहाने और झरने की सुंदरता को निहारने के लिए डेढ़ हजार से दो हजार पर्यटक रोजाना पहुंचते हैं, लेकिन यहां उन्हें वाहन पार्क करने के लिए स्थान ही नहीं मिल पाता है। ऐसा भी नहीं है कि यहां पार्किंग नहीं है। कहने के लिए यहां 50 गाड़ियों को पार्क करने की व्यवस्था की गई है लेकिन हर रोज 800 से 900 गाड़ियां पहुंचती हैं। इस कारण रोजाना जाम लगने से टैक्सी चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस बाबत नगर निगम प्रशासन अब तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा पाया है।
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रोजाना लगता है जाम, टैक्सी चालक परेशान
यहां रोजाना जाम लगने से टैक्सी चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रविवार दोपहर मैक्लोडगंज मुख्य बाजार से भागसूनाग जाने वाले मार्ग पर वाहनों की कतारें लगी थी। मिठ्ठा नाला रोड के लेकर पार्किंग तक जाम था। यहां पार्किंग वाहनों से फुल थी। पार्किंग में स्थिति यह हो गई थी कि यहां से गाड़ियां बाहर निकालना भी मुश्किल हो रहा था।
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सालाना होती है 22 लाख की आमदनी
नगर निगम प्रशासन को इस पार्किंग से हर साल 22 लाख रुपये की आमदनी होती है। पिछले दो साल से पार्किंग 22 लाख रुपये में नीलाम हो रही है। बावजूद इसके पार्किंग की क्षमता बढ़ाने पर कोई काम होता नजर नहीं आ रहा है।
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क्या कहते हैं लोग
वीकेंड पर जाम की समस्या और विकराल हो जाती है। टैक्सी चालकों का कारोबार भी प्रभावित होता है। क्षमता कम होने से पार्किंग के आसपास भी वाहन पार्क हो रहे हैं और इससे जाम लगना आम बात हो गई है।
-हाडू राम
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रोजाना सैकड़ों वाहन भागसूनाग पहुंचते हैं लेकिन पार्किंग छोटी होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जाम लगने से दिनचर्या प्रभावित होती है।
राजेंद्र ठाकुर
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आसपास के क्षेत्र का विस्तार कर पार्किंग की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है, लेकिन ऐसा किया नहीं जा रहा है। जाम के कारण टैक्सी चालकों का नहीं, बल्कि अन्य कारोबारियों को भी दिक्कतें हो रही हैं।
-कुलदीप नैहरिया।
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पार्किंग के समीप गंदगी का भी आलम हैं। हालांकि कूड़ादान लगाए गए हैं लेकिन कचरा बाहर बिखरा रहता है। पार्किंग क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ क्षेत्र में शौचालय बनाने की भी जरूरत है।
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'पार्किंग से नगर निगम को खासी आमदनी हो रही है। बावजूद इसके सुधारीकरण का काम आज दिन तक नहीं हो पाया है। बार-बार नगर प्रशासन प्रस्ताव की मंजूरी एवं एफसीए क्लीयरेंस का हवाला देता है। कोशिश की जा रही है कि शीघ्र पार्किंग विस्तार का कार्य शुरू हो सके।'
-ओंकार नैहरिया, पार्षद भागसूनाग।
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पार्किंग के आसपास खाली पड़े क्षेत्र को समतल कर इसकी क्षमता बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू चुकी है। टेंडर करवाए गए हैं व शीघ्र काम शुरू हो जाएगा। पार्किंग की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ अन्य सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएंगी।
-रजनी, महापौर नगर निगम धर्मशाला। -प्रस्तुति : जागरण संवाददाता, मैक्लोडगंज