यह जीवनदायिनी नहीं.. डंपिंग साइट है
संदीप शर्मा देहरा दर्जा शहरी क्षेत्र का लेकिन व्यवस्था पंचायत स्तर की भी नहीं। वर्षो के दाव
संदीप शर्मा, देहरा
दर्जा शहरी क्षेत्र का लेकिन व्यवस्था पंचायत स्तर की भी नहीं। वर्षो के दावों- प्रतिदावों के बावजूद देहरा में कूड़ा संयंत्र न होना यहां के पिछड़ेपन की कहानी बयां करता है। देशभर में स्वच्छ भारत अभियान जोरों से चल रहा है, लेकिन नगर परिषद देहरा ने इसे विफल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। नगर परिषद ने जीवनदायिनी यानी ब्यास नदी को डंपिंग साइट बना दिया है। इससे पानी दूषित हो रहा है और साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है।
आलम यह है कि शहर का सारा कूड़ा नगर परिषद की गाड़ी बड़ी शान से उठाकर ब्यास नदी के किनारे उड़ेल रही है। इससे जहां एक ओर पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है और साथ ही मां रूपी ब्यास की पवित्र एवं अरविल धाराएं भी अपवित्र हो रही हैं। शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए जिस तरह की स्थिति है वह देहरा कोई नहीं तेरा की संज्ञा को सार्थक सिद्ध कर रही है। नगर परिषद देहरा में सात वार्ड हैं और आबादी करीब छह हजार है। इसके अलावा बाजार में छोटी-बड़ी 200 से 300 दुकानें हैं। नगर परिषद अभी तक शहर में सही ढंग से कूड़ेदान स्थापित नहीं कर पाई है। कहने के लिए शहर में 6 ड्रम काटकर रख दिए हैं। इस ड्रमों से सुबह नप की गाड़ी कूड़ा उठाकर ले जाती है और ब्यास में फेंक देती है।
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पिछले 10 साल से नगर परिषद कूड़ा संयंत्र बनाने की बात करती आ रही है परंतु शहर के कूड़े को ठिकाने लगाने के लिए अभी तक उचित प्रबंध नहीं कर पाई है। डोर टू डोर हाउस रेंट एकत्रित करने का कार्य भी अभी तक नहीं किया जा रहा है।
-नवीन वैद। नगर परिषद के प्रतिनिधियों की सुस्त कार्यप्रणाली से कूड़ा संयंत्र का निर्माण नहीं हो पाया है। कूड़ा संयंत्र के बिना देहरा एवं ब्यास का साफ होना नामुमकिन है।
केवल वालिया, प्रधान व्यापार मंडल मैंने अपने कार्यकाल के दौरान कूड़ा संयंत्र बनवाने के लिए हमेशा आवाज उठाई है परंतु अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
-मुकेश, पूर्व मनोनीत पार्षद। नगर परिषद की ओर से खुले में कूड़ा फेंकने से पर्यावरण दूषित हो रहा है। इससे क्षेत्र में बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।
-जयप्रकाश ब्यास में कूड़ा फेंकने से जल दूषित हो रहा है और पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। दूषित जल के कारण पानी में रहने वाले जीव जंतुओं का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा।
धर्म सिंह परमार। शहर का कूड़ा नदी के तट पर फेंकना उचित नहीं है, लेकिन मजबूरी में ऐसा करना पड़ रहा है। नगर परिषद कूड़ा संयंत्र बनाने के लिए प्रयास कर रही है। जल्द इस दिशा में कार्य किया जाएगा।
-सुनीता कुमारी, चेयरपर्सन नगर परिषद देहरा। देहरा में भाजपा सरकार के समय में विकास के नाम पर एक पत्थर तक नहीं रखा गया है। नगर परिषद में कूड़ा संयंत्र न होना चिंतनीय है। भाजपा समर्थित देहरा नगर परिषद को इस दिशा में प्रयास करने चाहिए।
-विप्लव ठाकुर, राज्यसभा सदस्य
डंपिंग साइट न होने की जानकारी अभी मिली ह। इसे लेकर शीघ्र ही पूर्व विधायक रविद्र रवि से बात कर उनके माध्यम से शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी के समक्ष प्रस्ताव रखा जाएगा।
जगदीप डढवाल, भाजपा प्रदेश कार्यकरिणी सदस्य