डीसी कांगड़ा व अन्य अफसरों की कार्यप्रणाली से शांता खफा
जागरण संवाददाता, पालमपुर : संसद सदस्य शांता कुमार डीसी कांगड़ा समेत अन्य अफसरों की कार्यप
जागरण संवाददाता, पालमपुर : संसद सदस्य शांता कुमार डीसी कांगड़ा समेत अन्य अफसरों की कार्यप्रणाली से नाराज हैं। वीरवार को जारी बयान में उन्होंने कहा, नूरपुर स्कूल बस हादसे के बाद भी जिला कांगड़ा में सड़क दुर्घटनाएं थम नहीं रही हैं। बकौल सांसद, नूरपुर हादसे के बाद जिस तरह से यातायात व्यवस्था में निपुणता आनी चाहिए थी वह नहीं आई है। कहा कि नूरपुर हादसे के बाद लोगों के आंसू अभी सूखे भी नहीं थे कि गगल के समीप सनौरां में एक स्कूल बस चालक ने शराब पीकर बस को राहगीरों पर चढ़ा दिया और इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इसके बाद नगरोटा बगवां के एसडीएम की पत्नी भी कार हादसे में काल का ग्रास बन गई। शांता कुमार ने कहा कि अगर प्रशासन ने सख्ती बरती होती तो गगल में शराब पीकर गाड़ी चलाने की हिम्मत चालक की नहीं होती। उन्होंने कहा कि 85 फीसद सड़क दुर्घटनाएं लापरवाही और नियमों का पालन न करने से होती हैं। सांसद ने प्रशासन से आग्रह किया है कि सड़क हादसों को रोकने के लिए सख्ती बरतें। नियम तोड़ने वालों का ड्राइविंग लाइसेंस रद होना चाहिए। शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि प्रदेश में यदि प्रशासन सख्ती से नियमों का पालन करे तो सड़क दुर्घटनाएं रुक सकती हैं।
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कशैणी में पुनर्वास के लिए दिए पांच लाख
शांता कुमार ने रोहड़ू के गांव कशैणी में भीषण अग्निकांड से प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने इस संबंध में शिक्षामंत्री सुरेश भारद्वाज से बात की और सरकार से पीड़ित परिवारों की हरसंभव सहायता का अनुरोध किया है। साथ ही प्रभावित परिवारों के पुनर्वास लिए के सांसद निधि से पांच लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। यह राशि जल्द डीसी कार्यालय शिमला में पहुंच जाएगी।