सुधीर नगर रखा जाए बनूरी गांव का नाम
कारगिल युद्ध में अशोक चक्र विजेता शहीद मेजर सुधीर वालिया की 19वीं पुण्य तिथि पर बुधवार को उनके पैतृक गांव बनूरी स्थित निवास स्थान तथा मेजर सुधीर वालिया मेमोरियल
संवाद सहयोगी, पालमपुर : अशोक चक्र से अलंकृत शहीद मेजर सुधीर वालिया की 19वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को पैतृक गांव बनूरी उनके घर व मेजर सुधीर वालिया मेमोरियल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बनूरी पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। परिजनों ने अपने लाडले को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए सरकार से अन्य शहीदों की तर्ज पर मेजर सुधीर वालिया की प्रतिमा स्थापित करने की मांग दोहराई। इस दौरान बनूरी गांव का नाम सुधीर नगर रखने की मांग भी की।
शहीद मेजर सुधीर वालिया के पिता सूबेदार रुलिया राम ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने शहीद के नाम पर बहुत कुछ दिया, मगर परिजनों की मांग को हर बार अनदेखा किया। शहीद मेजर सुधीर वालिया ने इसी स्कूल से पढ़ाई की थी। इससे पहले निवास स्थान पर शहीद के पिता सूबेदार रुलिया राम वालिया व माता राजेश्वरी देवी, अन्य परिजनों और निकट संबंधियों ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। बनूरी स्कूल में शहीद परिवार व पंचायत उप प्रधान अजय शर्मा, कार्यकारी प्रधानाचार्य रीता नंदा गांववासियों ने भी उनको श्रद्धांजलि दी।
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भाषण व चित्रकला प्रतियोगिता करवाई गई
स्कूल में 'जरा याद करो कुर्बानी' विषय पर चित्रकला व भाषण प्रतियोगिताएं करवाई गई। इसमें 50 विद्यार्थियों ने दो ग्रुपों में हिस्सा लिया। जूनियर ग्रुप में छठी से आठवीं कक्षा तक की प्रतियोगिता में आठवीं कक्षा की कुमारी संजना प्रथम, सातवीं कक्षा की कुमारी सिमरन द्वितीय तथा छठी कक्षा की कुमारी पायल तृतीय स्थान पर रहीं। सीनियर ग्रुप में 9वीं की शीतल पहले, दसवीं के ज्योतिष दूसरे तथा शेखर तीसरे स्थान पर रहे। भाषण प्रतियोगिता में जमा-दो आर्ट्स की नेहा को प्रथम, जमा एक सांइस की अंजलि द्वितीय तथा दसवीं कक्षा के मास्टर भारती को तीसरा स्थान हासिल हुआ। इस मौके पर ग्रामीण अभय कटोच, रोहित कपूर, रंजीत, नवीन, ¨डपल, आशा, सिमरन, प्रवीण तथा स्कूल स्टाफ रीता नंदा, अशोक शास्त्री, राकेश भारद्वाज, अमर ¨सह, सविता सूद, अंजू, अर¨वद, नीलम, जितेंद्र, मधु, सुनील, राजेश, अमित, चितरंजन, पूनम, सोमनाथ, उपेंद्र कौर, निशा, मंजू, सिमरो, अमित, सुनीता, मंगलसेन आदि उपस्थित रहे।
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कौन है मेजर सुधीर वालिया
कारगिल युद्ध के बाद एक विशेष ऑपरेशन में 29 अगस्त 1999 को मेजर सुधीर वालिया ने जम्मू कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित कुपवाडा़ जिला के हफरूदा जंगल में नौ आतंकियों को मौत के घाट उतारकर अदम्य साहस का परिचय देते हुए शहादत पाई थी। उन्हें मरणोपरांत सर्वोच्च सैन्य सम्मान अशोक चक्र से अलंकृत किया गया था।