विश्राम गृह में भाजपा नेताओं की बैठक, कहा, अचानक जुटे
मशाला कांगड़ा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिदंल के इस्तीफे के बाद अब जिला कांगड़ा में भी राजनीतिक सरगरर्मियां शुरू हुई हैं। शनिवार को पार्टी के बड़े नेताओं ने कांगड़ा में एक बैठक करके प्रदेशाध्यक्ष को लेकर रणनीति भी तय की। हालांकि बैठक करने वाले नेता इसे एक अनौपचारिक भेंट कह रहे हैं लेकिन अंदरखाते की बात यह भी है कि बैठक के आयोजन को लेकर मकसद कुछ ओर ही था। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र सांसद किशन कपूर इस बैठक में शामिल रहे तो भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री रविद्र रवि कांगड़ा के पूर्व विधायक संजय चौधरी नगरोटा बगवां से डॉ. नरेश बरमाणी व कर्मचारी नेता घनश्याम शर्मा व नूरपुर से रणवीर निक्का भी विशेष रूप से मौजूद रहे। मंत्रणा इस बात को लेक
जागरण टीम, धर्मशाला/कांगड़ा : प्रदेश भाजपा की हालिया उठापटक के बाद कांगड़ा के एक विश्राम गृह में भाजपा नेताओं की बैठक चर्चा में आ गई है। बैठक में कांगड़ा से सांसद किशन कपूर, भाजपा सरकार में मंत्री रहे रविद्र रवि, कांगड़ा के पूर्व विधायक संजय चौधरी, नगरोटा बगवां से डॉ. नरेश विरमानी, भाजपा से ही जुड़े कर्मचारी नेता घनश्याम शर्मा व नूरपुर से भाजपा के नेता रणवीर निक्का मौजूद रहे।
गौरतलब यह है कि लॉकडाउन व कर्फ्यू के बीच लोक निर्माण विभाग कांगड़ा के रेस्ट हाउस में भाजपा नेताओं की आपसी मंत्रणा करीब चार घंटे तक चली। बंद कमरे में हुई चर्चा का विषय क्या था, इस बारे में सब मौन हैं। संपर्क करने पर इन नेताओं का कहना है कि सभी अचानक मिल गए तो गपशप चल निकली। किसी खास एजेंडा पर चर्चा नहीं हुई। हालांकि सूत्रों के अनुसार पार्टी के ताजा मामलों पर इन्होंने खुलकर राय व्यक्त की है। याद रहे कि बिंदल के इस्तीफे के बाद प्रदेशाध्यक्ष भी जल्द चुना जाना है। इनमें रविंद्र रवि और घनश्याम शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के करीबी समझे जाते हैं। रवि को कुछ माह पहले के पत्र बम प्रकरण से भी जोड़ा जाता है। पार्टी के जानकार इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि सभी साढ़े चार घंटे के लिए एक निश्चित जगह पर अचानक कैसे मिल सकते हैं। रवि कहते हैं, 'यह सामान्य मुलाकात थी, प्रदेश की वर्तमान राजनीति पर चर्चा हुई, किसी विशेष मामले पर नहीं।'
बकौल घनश्याम, 'आपसी बातचीत के लिए बैठक में गए थे। कोई बड़ी बात नहीं हुई है। केवल वर्तमान के हालातों को लेकर चर्चा हुई है।'
किशन कपूर का कहना है, 'सांसद के नाते सभी की समस्याओं को सुनना जरूरी है। पार्टी में कहीं कोई गुटबाजी नहीं है। लोगों से भी मिला हूं बैठक का कोई विशेष आयोजन नहीं था।'
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बैठक की कोई जानकारी नहीं
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा ने शारीरिक दूरी के नियमों से हट कर बैठकें शुरू कर दी हैं, भाजपा के कांगड़ा जिला अध्यक्ष चंद्र भूषण नाग कहते हैं कि पार्टी की कोई आधिकारिक बैठक नहीं हुई है। इस समय केवल वेब के जरिये ही बैठकें हो रही हैं। उन्होंने संगठन की ऐसी किसी मीटिंग की जानकारी से इन्कार किया।
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शिकायत आएगी तो करेंगे कार्रवाई
कांगड़ा : उपमंडलाधिकारी कांगड़ा जतिन लाल का कहना है कि लोक निर्माण विभाग में ऐसे कैसे भाजपा नेताओं ने बैठक की। उन्होंने बताया कि बैठक को लेकर कोई अनुमति नहीं ली गई है। आपदा एक्ट के तहत सरकार के सभी रेस्ट हाउस प्रशासन के पास हैं। बिना अनुमति कोई एकत्रित नहीं हो सकता। इस संबंध में कोई शिकायत आती है तो जांच होगी और उपयुक्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कांग्रेस का सवाल, कैसे जुटे नेता
कांगड़ा : प्रदेश कांग्रेस सचिव राजेश राजा व कांगड़ा शहरी कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा एक तरफ लॉकडाउन व कर्फ्यू लगाया है तो दूसरी ओर भाजपा सरकार के ही सांसद व पूर्व मंत्री नियमों का उल्लंघन कर बैठक कर रहे हैं। इस संबंध में शीघ्र कांगड़ा एसडीएम को शिकायत देंगे और जांच की मांग करेंगे।