जगरूप सिंह बने एचआरटीसी कर्मचारी महासंघ इंटक के प्रदेशाध्यक्ष
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) कर्मचारी महासंघ इंटक के जगरूप सिंह प्रदेश अध्यक्ष चुने गए हैं।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला :
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) कर्मचारी महासंघ इंटक की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया गया। प्रदेशाध्यक्ष की कमान जगरूप सिंह सुखवाल को सौंपी गई है, जबकि प्रेम सिंह रावत, प्रदीप सिंह बलौरिया व राजेश कुमार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष और रणजोध सिंह, अमित बाबा, धर्म सिंह व शमशेर सिंह जाट को उपाध्यक्ष बनाया गया है। दलीप कुमार शर्मा, निसाल अहमद व रविंद्र सिंह जाट महासचिव, योगिंद्र महाजन, शमशेर सिंह, रतन चंद, नरिंद्र कुमार व कमलेश कुमार सचिव, संजीव कुमार, सुरिंद्र कुमार, भीमराज, जसवीर सिंह व अनूप कुमार संगठन सचिव, ऋषि कुमार व कुलदीप चंद कोषाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। रजनेश कुमार मुख्य सलाहकार, महिमन शर्मा व राकेश सहगल कानूनी सलाहकार, हरीश कुमार व नरिंद्र सिंह ऑडिटर नियुक्त किए गए हैं। इसके अतिरिक्त वर्किंग कमेटी सदस्यों में अजय, संजय, सुशील, प्रमोद, सुरेश, गुलशन, सुमित, सुरिंद्र, प्रदीप, सतपाल, प्रकाश, बख्शीश, कामराज, संजय कुमार, नंद लाल, पंचम, पुनी लाल, राजिंद्र, तरसेम, विजय व पंकज धीमान शामिल किए गए हैं।
इस मौके पर नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष जगरूप सिंह, महामंत्री दलीप कुमार, रविंद्र सिंह जाट व धर्मशाला इकाई के प्रधान विपिन कुमार ने धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इंटक के पूर्व नेताओं की गलतियों के कारण संगठन कमजोर हुआ है। कई कर्मठ नेताओं ने उपेक्षा के कारण इंटक को छोड़ दिया था, लेकिन अब उन्हें संगठन के साथ जोड़कर पूरा मान सम्मान दिया जाएगा। जगरूप सिंह ने कहा कि अब इंटक प्रदेशाध्यक्ष बबलू पंडित के नेतृत्व में इंटक को मजबूती दी जाएगी। परिवहन निगम के पीस मील व टीएमपीए परिचालकों को नियमित करने सहित अन्य मागों को परिवहन प्रबंधन के समक्ष उठाया जाएगा। अगर उनकी बात न मानी गई तो परिवहन मंत्री के समक्ष मामला रखा जाएगा। वहां भी मामला हल न होने पर मुख्यमंत्री के समक्ष मांगों को उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के अन्य विभागों के कर्मियों को 21 फीसद अंतरिम राहत दे दी गई है, जबकि परिवहन कर्मियों को इससे वंचित रखा गया है।
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कमजोर यूनिटों में फिर से होंगे चुनाव
इंटक से संबंधित एचआरटीसी कर्मचारी महासंघ की जो यूनिट कमजोर हैं, वहा नए सिरे से चुनाव करवाए जाएंगे। प्रदेश में महासंघ की 27 यूनिट हैं। इनमें से 21 तक पहुंच बना ली है। नए बने परिवहन निगम के डिपूओं में अभी यूनिट का गठन नहीं किया गया है।