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पैराग्लाइडिंग के लिए प्रसिद्ध बिलिंग घाटी में भारी भूस्खलन, 150 पर्यटक सुरक्षित निकाले गए; 20 गाड़ियां अभी भी फंसी

बिलिंग में लेंड स्लाइड में फंसे लोगों को निकालने के लिए प्रशासन ने तो अपनी भूमिका पूरी तरह अदा की।

By BabitaEdited By: Published: Mon, 02 Jul 2018 01:40 PM (IST)Updated: Mon, 02 Jul 2018 03:15 PM (IST)
पैराग्लाइडिंग के लिए प्रसिद्ध बिलिंग घाटी में भारी भूस्खलन, 150 पर्यटक सुरक्षित निकाले गए; 20 गाड़ियां अभी भी फंसी

बैजनाथ, जेएनएन। पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध घाटी बिलिंग में घूमने गए करीब 150 लोग रविवार रात को बीड बिलिंग रोड पर हुए भारी भूस्खलन में फंस गए। प्रशासन ने स्थानीय लोगों की मदद से रात करीब 3 बजे इन लोगों को सुरक्षित निकालकर इनके घर पहुंचाया। बीड बिलिंग रोड पर जगह-जगह हुए भूस्खलन के कारण करीब 20 गाडियां अभी भी बिलिंग रोड पर फंसी हुई है। हालांक‍ि सोमवार दोपहर एक बजे लोक न‍िर्माण व‍िभाग ने इस मार्ग को बहाल करवा द‍िया है। इससे कुछ गाड‍ियां न‍िकलना शुरू हो गई हैं। व‍िभाग के सहायक अभि‍यंता बीर स‍िंह राणा ने बताया क‍ि व‍िभाग की टीम मार्ग को बहाल करवा रही है।

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जेसीबी की सहायता से रोड से मलबा हटाने का कार्य तो चला रहा, लेकिन बारिश के कारण अभी तक पूरा मलबा नही हटाया जा सका है। इसके कारण ये गाडियां अभी तक बिलिंग में ही फंसी पडी है। जबकि बारिश के कारण अभी भी मलबा गिर रहा है। प्रशासन की माने तो रविवार देर रात को सूचना मिली की बिलिंग रोड पर बरसात के कारण लेंड स्लाइड हो गया है तथा इसमें कई पर्यटक गाडियों सहित फंसे है। सूचना मिलते ही प्रशासन व पुलिस मौके के लिए रवाना हो गई।

एसडीएम विकास शुक्ला, सुपरीवाइजर रणविजय व स्थानीय पायलट गोली व सन्नी के साथ एक पुलिस कर्मचारी ने भूस्खलन में फंसे पर्यटकों को तालाश करने के लिए प्वाइंट 6 से पैदल चढना आरंभ किया। आठ नंबर प्वाइंट से होते हुए करीब 1 घंटे बाद प्रशासन ने इन लोगों को तलाश कर लिया। पंजाब तथा अन्य राज्यों से आए पर्यटकों को तो प्रशासन ने आसानी से निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचा दिया। लेकिन प्रशासन को सबसे बडी परेशानी स्थानीय लोगों को निकालने में हुई।

इन स्थानीय लोगों में पालमपुर के आस-पास के इलाके सिद्धपुर व परौर से लोग थे। इन लोगों में पांच के बच्चे से लेकर बुर्जग व बडी संख्या में महिलाएं शामिल थी। एसडीएम व अन्य टीम के लोगों करीब तीन बजे इन लोगों को स्थानीय पायलटों की गाडियों में इनके घर में सुरक्षित पहुंचाया तथा पंजाब या अन्य राज्यों से आए पर्यटकों को बीड स्थित होटलों में पहुंचाया। एसडीएम ने बताया कि इस समय घाटी में पैराग्लाइडिंग बंद है, ऐसे में इन लोगों का ये कदम अपने आप को मौत के मुहं में धकेलने के बराबर था। उन्होनें लोगों से बारिश के दिनों में इस तरह के स्थानों में ना जाने की अपील की है।

बिलिंग में लेंड स्लाइड में फंसे लोगों को निकालने के लिए प्रशासन ने तो अपनी भूमिका पूरी तरह अदा की। बाहर के राज्य से आए पर्यटक तो स्वयं भी निकले तथा कुछ लोगों ने प्रशासन की भी मदद की। लेकिन स्थानीय लोग जो कि पहाड के रास्तों से बाकिफ है उनका ये कदम प्रशासन की भी समझ से परे है। जबकि इन लोगों में महिलाएं व छोटे छोटे बच्चे शामिल थे।

एसडीएम विकास शुक्ला ने स्वयं रात को किए गए इस रेस्क्यू आप्रेशन की कमान संभाली। चार लोगों के साथ उन्होंने मिलकर सभी लोगों को सुरक्षित उनके स्थानों तक पहुंचाया। विकास शुक्ला व अन्य लोगों रणविजय, गोली व सन्नी की सब लोग इस कार्य की प्रशंसा कर रहे है।


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