धर्मशाला अस्पताल में लैब बंद, दो ओपीडी पर भी लटके ताले
जोनल अस्पताल धर्मशाला में जनरेट तक की सुविधा नहीं है।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : जोनल अस्पताल धर्मशाला में जनरेटर तक की सुविधा नहीं है। शनिवार को बिजली बोर्ड ने मरम्मत कार्य के चलते धर्मशाला शहर में शट डाउन किया था। इसकी सूचना बिजली बोर्ड ने दो दिन पहले दी थी, बावजूद इसके धर्मशाला अस्पताल प्रबंधन लाचार दिखा। अस्पताल में जनरेटर तो लगा है, जिससे सिर्फ सीएमओ व एमएस ऑफिस में ही उजाला होता है। इसके अलावा पूरे अस्पताल में अंधेरा रहता है। न ही लैब में कोई टेस्ट हुआ, न ही कंप्यूटर से मरीजों की पर्चियां बनी। धर्मशाला अस्पताल की लैब में हर रोज लगभग 300 टेस्ट होते हैं। शट डाउन होने के कारण लैब में कोई टेस्ट नहीं हुआ। इसके कारण रोगी कल्याण समिति को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा और लैब स्टाफ भी बेकार बैठा रहा। पूरे दिन धर्मशाला अस्पताल में 650 मरीजों का पंजीकरण हुआ, जिसमें लगभग 400 मरीजों की हाथ से पर्ची बनाई गई। वहीं, तीसरे दिन भी दो ओपीडी बंद रही। उधर, धर्मशाला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश महाजन ने कहा कि लैब सहित पूरे अस्पताल को जनरेटर से जोड़ने के लिए योजना बनी है, जल्द ही जनरेटर स्थापित कर लैब में शटडाउन के दिन भी टेस्ट सुविधा मिलेगी।
80 साल के बुजुर्ग की दो बजे आई बारी
स्वास्थ्य विभाग के जिला मेडिकल बोर्ड में प्रमाण पत्र बनाने 50 लोग पहुंचे थे। जिला के मझींण के 80 वर्षीय प्रेम ¨सह दो बजे मेडिकल प्रमाणपत्र बनाने के लिए बारी आई। प्रेम ¨सह ने कहा कि वह मझींण से सुबह साढे़ छह बजे चला था। वहीं, तियारा के दिव्यांग राजकुमार की भी दो बजे तक बारी का इंतजार करना पड़ा।