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पठानकोट-मंडी फोरलेन के निशाने पर फाय¨रग रेंज

नीरज व्यास, कांगड़ा पठानकोट से मंडी के बीच प्रस्तावित फोरलेन के निशाने पर टांडा फाय¨रग र

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 09:59 PM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 09:59 PM (IST)
पठानकोट-मंडी फोरलेन के निशाने पर फाय¨रग रेंज
पठानकोट-मंडी फोरलेन के निशाने पर फाय¨रग रेंज

नीरज व्यास, कांगड़ा

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पठानकोट से मंडी के बीच प्रस्तावित फोरलेन के निशाने पर टांडा फाय¨रग रेंज आ रही है। यह आजादी से पहले की फाय¨रग रेंज है, जो इन दिनों और भी महत्वपूर्ण हो गई है। जम्मू-कश्मीर के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा होने के कारण वहां अभ्यास के लिए फाय¨रग नहीं हो सकती है। इसलिए जम्मू, राजौरी, हिमाचल के योल, धर्मशाला व पालमपुर की सैन्य इकाइयां टांडा फाय¨रग रेंज में अभ्यास करती हैं।

फाय¨रग रेंज किसी तरह बाधित न हो, इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने सर्वेक्षण किया है। सेना के अधिकारियों ने भी हवाई सर्वेक्षण किया है। अभी तक पठानकोट-मंडी फोरलेन के लिए कछियारी से मटौर तक के हिस्से में संवेदनशील क्षेत्र टांडा फाय¨रग रेंज पर कोई सहमति नहीं बन सकी है। सेना व स्थानीय प्रशासन में बैठक हो चुकी है। सेना चाहती है कि फाय¨रग रेंज के मापदंड किसी तरह प्रभावित न हों। इस मामले को सुलझाने के लिए अब सेना, एयरपोर्ट अथॉरिटी, एनएचएआइ व जिला प्रशासन की जल्द ही संयुक्त बैठक होगी। फाय¨रग रेंज के साथ फोरलेन के निर्माण को लेकर कच्छियारी से लेकर मटौर तक के हिस्से पर लोगों में चर्चा है। यदि फाय¨रग रेंज में बदलाव हुआ तो इससे हादसों की आशंका है।

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फाय¨रग रेंज में भवन निर्माण व आवाजाही की मनाही

फाय¨रग रेंज के लिए दायें से बायें 1000 मीटर व सामने (फ्रंट) दो से तीन किलोमीटर क्षेत्र निर्धारित रहता है जहां तक फायर जा सकता है। इसलिए इसके दायरे में भवन निर्माण व लोगों की आवाजाही पर मनाही है क्योंकि गलत फायर हुआ तो गोला बारूद नुकसान पहुंचा सकता है।

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सुरक्षा के लिए तैनात है गार्द

टांडा फाय¨रग रेंज में लोगों की सुरक्षा के लिए एक-आठ की गार्द हर वक्त मौजूद है। यह गार्द जंगल व लोगों की सुरक्षा करती है। नियमित तौर से डोगरा रेजीमेंट के जवान यहां डटे हुए हैं। ---------

डिस्टर्ब न हो फाय¨रग रेंज

सेना की फाय¨रग रेंज डिस्टर्ब नहीं होनी चाहिए। अभी तक फाय¨रग रेंज के संबंध में पंचायत को किसी ने नहीं पूछा और न ही बैठक हुई है।

-निर्मल सिंह, प्रधान मटौर पंचायत।

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नहीं है सूचना

फाय¨रग रेंज के संबंध में विभाग की ओर से कोई सूचना नहीं है। हालांकि इस मामले में लोगों में चर्चा है।

-सुनीता देवी, प्रधान, कोहाला पंचायत

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आपत्तियां दूर करने के लिए जल्द होगी संयुक्त बैठक

फाय¨रग रेंज से फोरलेन काफी दूर है। सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक हुई है। सेना की आपत्तियों को दूर करने के लिए सेना, एनएचएआइ, एयरपोर्ट प्राधिकरण व प्रशासन की जल्द संयुक्त बैठक होगी।

-शशिपाल नेगी, एसडीएम, कांगड़ा।


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