शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष की गाड़ी जब्त, जांच में सही पाए गए आरोप
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने एवं नियमों को दरकिनार करने लिए सरकारी वाहन का दुरुपयोग करने पर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष पर गाज गिरी है।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने एवं नियमों को दरकिनार कर सरकारी वाहन का दुरुपयोग करने पर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष पर गाज गिरी है। वीरवार को नोटिस जारी होने के बाद अध्यक्ष की ओर से दिए जवाब से जिला निर्वाचन अधिकारी ने असंतुष्टि जताते हुए शुक्रवार को गाड़ी को जब्त कर लिया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर सरकारी गाड़ी की लॉग बुक को भी जांच के लिए अपने अधिकार में लिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष को आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान अपने सरकारी वाहन का इस्तेमाल करने पर नोटिस जारी कर पक्ष रखने को कहा था।
गत दिनों किसी अज्ञात व्यक्ति ने निर्वाचन विभाग से शिकायत की थी कि बोर्ड अध्यक्ष आचार संहिता के दौरान अपनी सरकारी गाड़ी का दुरुपयोग कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि शिकायत में लगे आरोप सही हैं। इसके आधार पर वीरवार को बोर्ड अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी कर जबाव देने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था। उधर, बोर्ड अध्यक्ष ने जवाब में कहा है कि उन्होंने सरकारी गाड़ी को नियमों अनुसार कार्यालय से आवास व आवास से कार्यालय तक ही प्रयोग किया है।
उधर, जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश प्रजापति ने कहा कि जांच में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप सही पाए जाने पर बोर्ड अध्यक्ष की गाड़ी को जब्त कर लिया है। बोर्ड अध्यक्ष ने निर्वाचन विभाग के नोटिस पर अपना पक्ष रखा था, जोकि संतोषजनक नहीं है। जांच के दौरान उपचुनाव में सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग के आरोप सही पाए गए हैं। इसलिए अध्यक्ष की गाड़ी जब्त की गई है।