धर्मशाला में वीरभद्र सिंह की अगुवाई में कल जुटेंगे कांग्रेस नेता, सुधीर शर्मा निभा रहे अहम भूमिका
सम्मेलन का आयोजन जिला कांग्रेस के बैनर तले हो रहा है और इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उपस्थित होंगे।
धर्मशाला, जेएनएन। गुटबाजी की सुर्खियों के बीच कांग्रेस अब राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला कांगड़ा से एकजुटता का संदेश देने की तैयारी में है। 16 जून को धर्मशाला के समीप जिला कांग्रेस सम्मेलन आयोजित हो रहा है। आयोजन में पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा अहम भूमिका निभा रहे हैं। सम्मेलन के बहाने जहां कांग्रेस एकजुटता का परिचय देने की तैयारी में है, वहीं इसके बहाने कांग्रेस नेता सियासी ताकत को भी जाहिर करेंगे। हालांकि न्योता न मिलने पर कुछ नेताओं ने पहले ही सम्मेलन से दूरी बनाने के संकेत दिए हैं।
सम्मेलन की सफलता को लेकर जिस ढंग से तैयारियां चल रही हैं उससे एक बात तो साफ है कि यह जहां भाजपा के लिए अहम होगा वहीं कांग्रेस की लोकसभा चुनाव से पहले नई दिशा भी तय करेगा। खास पहलू यह है कि सम्मेलन का आयोजन जिला कांग्रेस के बैनर तले हो रहा है और इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उपस्थित होंगे। वीरभद्र सिंह ही सम्मेलन के जरिये कांग्रेस के पदाधिकारियों व नेताओं को संबोधित करेंगे।
सम्मेलन के लिए सामने आ रहे नामों में कहीं भी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष का नाम अभी सामने नहीं आया है। ऐसे में संकेत यही हैं कि सम्मेलन के बहाने कांग्रेस का वीरभद्र सिंह खेमा जिला कांगड़ा में ताकत का अहसास करवाएगा। साथ ही एक साथ कई नेताओं की उपस्थिति दर्ज करवाकर इस बात का भी संकेत पार्टी आलाकमान को देने का प्रयास करेगा कि अब भी प्रदेश में वीरभद्र सिंह का दबदबा कायम है। सम्मेलन में आने और न आने वाले नेताओं की संख्या के सहारे ही कांग्रेस आगामी रणनीति बनाने की तैयारी में भी है। सम्मेलन की सामने आई जानकारी में अभी तक दो ही नेताओं के नाम लिखे गए हैं, इनमें वीरभद्र ¨सह व दूसरे नेता प्रतिपक्ष मुकेश अगिनहोत्री । इसके अलावा कांग्रेस के मौजूदा विधायक, पूर्व विधायक, जिला व ब्लाक पदाधिकारी शामिल हैं। .
सुधीर की राह तय करेगा सम्मेलन सम्मेलन के आयोजन में मुख्य भूमिका सुधीर शर्मा निभा रहे हैं। सुधीर शर्मा का नाम जहां कांग्रेस के भावी प्रदेशाध्यक्ष के रूप में सामने आ रहा है, वहीं लोकसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में उन्हें कांग्रेस का उम्मीदवार माना जा रहा है। ऐसे में यह सम्मेलन इस दिशा में भी महत्वपूर्ण रहेगा। भाजपा के खेमे से अगर इस बार शांता कुमार रण में नहीं उतरते हैं तो कांग्रेस पंडित नेता के आसरे ही इस सीट को झटकने का गणित लगाएगी।
'सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य जिला कांगड़ा के सभी कांग्रेस नेताओं को एकजुट करना है। इसमें कांगड़ा के सभी नेताओं व पदाधिकारियों को न्योता दिया जा रहा है। सम्मेलन में लोकसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी।'
-सुधीर शर्मा, कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री