धर्मशाला में कोविड अस्पताल समय की जरूरत
कोविड-19 अस्पताल धर्मशाला में समय की जरूरत है।
दिनेश कटोच, धर्मशाला
कोविड-19 अस्पताल की आवश्यकता सभी को समझनी होगी। जिस तरह से कोरोना महामारी ने विश्व में अपने पैर पसारे हैं उससे कोविड अस्पताल धर्मशाला में खोलना समय की जरूरत है। वहीं, क्षेत्रीय अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने के पक्ष में कई लोग सामने आए हैं। बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के सभी संगठनों को गंभीरता से मंथन करते हुए एकमत होकर कोविड अस्पताल की पैरवी करनी चाहिए। कोविड अस्पताल मानव कल्याण के लिए उतना ही आवश्यक है, जितना कि बीमार लोगों को उपचार के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय की ओपीडी को चलाना। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए कोविड अस्पताल चाहिए।
क्षेत्रीय चिकित्सालय की ओपीडी किसी तरह से प्रभावित न हो, इसके लिए धर्मशाला में ही कई भवन ऐसे हैं जहां पर ओपीडी चल सकती हैं। ऐसे में क्षेत्रीय चिकित्सालय में चलने वाली ओपीडी को खनियारा स्थित ओल्ड पीएचसी भवन में चलाने के लिए भी लोगों ने प्रशासन व सरकार से आग्रह किया है। अगर खनियारा के पुराने पीएचसी भवन व पंचायत भवन में क्षेत्रीय चिकित्सालय की ओपीडी शुरू की जाती है तो इससे लोगों की सुविधा बरकरार रहेगी। धर्मशाला से छह किलोमीटर दूरी पर ही लोगों को यह सुविधा मिल जाएगी। कुछ लोग कोविड अस्पताल का यह कहकर विरोध कर रहे हैं कि ओपीडी बाधित नहीं होनी चाहिए। दैनिक जागरण से लोगों ने बातचीत में अपने विचार साझा किए हैं। क्या कहते हैं लोग
खनियारा में अगर क्षेत्रीय चिकित्सालय की ओपीडी चलती है तो कोई आपत्ति नहीं है। यहां पर भवन उपलब्ध हैं। सरकार व स्वास्थ्य विभाग खनियारा के पुराने पंचायत भवन, पुराने पीएचसी भवन में भी ओपीडी चला सकता है। इससे यहां पर तमाम क्षेत्रों के लोगों को अलग जगह पर ओपीडी की सुविधा मिल सकेगी। यह एक बेहतर पहल साबित हो सकती है।
- कैप्टन ईश्वर ठाकुर, सेवानिवृत्त सैनिक। इस वक्त सभी को एक-दूसरे के काम आना है। ऐसे में अगर धर्मशाला में क्षेत्रीय अस्पताल की ओपीडी बंद होती है तो उसे खनियारा के खाली पड़े भवनों में खोला जा सकता है। इससे नजदीक ही लोगों को सुविधा भी मिल जाएगी और कोविड अस्पताल में जाने के बजाय अलग जगह ओपीडी चल सकेगी। सरकार व प्रशासन ऐसा करता है तो स्वागत है।
सरनदास खट्टा, स्लेट ठेकेदार। हमेशा खनियारा का विकास चाहा है। ऐसे में इस कोरोना संकट के समय में अगर प्रशासन व सरकार क्षेत्रीय चिकित्सालय की ओपीडी को धर्मशाला से स्थानांतरित करते हैं तो खनियारा में करें। वह खनियारा में ओपीडी की पैरवी करते हैं। कोरोना से निपटने के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा।
विकास छेत्री, पूर्व सैनिक। कोविड अस्पताल समय की जरूरत है। ऐसे में क्षेत्रीय चिकित्सालय को लेकर किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। सभी लोगों को पक्ष में आकर कोविड अस्पताल बनाने की पैरवी करनी चाहिए। अगर धर्मशाला अस्पताल में ओपीडी बंद होती है तो इसे खनियारा में खाली चल रहे भवनों में चलाया जा सकता है।
अधिकाश डोगरा, व्यवसायी।