थानों में तैनात होंगे बाल कल्याण अधिकारी
यदि आपका बच्चा गलत संगत में फंस गया है तो अब घबराने की जरूरत नहीं है
शिवालिक नरयाल, भवारना
यदि आपका बच्चा गलत संगत में फंस गया है तो अब घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार ने माता-पिता की इस समस्या के निदान के लिए पुलिस थानों में बाल कल्याण अधिकारी तैनात करने का फैसला लिया है। पीटीसी डरोह में बाकायदा 14 पुलिस कर्मचारियों को इस संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है। सरकार की इस पहल के सार्थक परिणाम निकले तो इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
पुलिस थानों में बाल कल्याण अधिकारी बच्चों के ही मसले और उनसे संबंधित समस्याओं को ही हल करेंगे। इससे जहां बच्चों को अब कानूनी और गैरकानूनी कामों की जानकारी मिलेगी, वहीं बढ़ रही अपराध की प्रवृत्ति का भी निदान निकलेगा। पुलिस विभाग के सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर स्तर के ऐसे ही 14 पुलिस कर्मियों को तीन दिन का प्रशिक्षण दिया गया है। अकसर पुलिस विभाग में ऐसे कई मामले बच्चों को लेकर कुछ समय से देखने को मिले हैं। इनमें नाबालिग बच्चे गलत संगत के चलते जहां अपराध करने में संलिप्त हो रहे थे, वहीं उनमें नशे की आदतें भी प्रबल हो रही थीं। अब पुलिस थानों में तैनात यह बाल कल्याण अधिकारी सिर्फ ऐसे ही बच्चों को फ्रेंडली तरीके से इन सब आदतों को हटाने के लिए एक माहौल बनाएंगे, वहीं उन्हें एक मंच भी देंगे। इससे बच्चे अपने विचार और विसंगतियां पुलिस से साझा कर सकेंगे। पुलिस के यह अधिकारी स्कूलों में भी जागरूकता शिविर लगाएंगे।
प्रदेश पुलिस ने ट्रायल के तौर पर फिलहाल प्रदेश के 14 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया है। अब यह कर्मचारी प्रदेश के अलग-अलग थानों में तैनात होकर इस पर काम करना शुरू कर देंगे। यदि यह योजना सफल रही तो भविष्य में और भी पुलिस कर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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प्रदेश के थानों में बच्चों की समस्याओं के लिए अब बाल कल्याण अधिकारी तैनात करने की योजना है। इसके तहत 14 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। भविष्य में और भी पुलिस कर्मियों को इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अनिल दत्त, डीएसपी, पीटीसी डरोह।