दखल नहीं सुझाव देता है आरएसएस : जयराम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरकार के काम में कभी दखल नहीं देता है
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सरकार के किसी भी कार्य में दखल नहीं दे रहा है। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए कहा कि आरएसएस कभी भी किसी विषय में दखल नहीं बल्कि सुझाव देता है। आरएसएस के प्रति सभी में श्रद्धाभाव है, लेकिन संघ सरकारी कार्य में कभी दखल नहीं देता है। संघ समाज कल्याण के लिए कार्य कर रहा है और उसके लिए सरकार के पास सुझाव आते हैं। सोमवार सायं चंबा से धर्मशाला पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह को भाजपा व इससे जुड़े संगठनों की आंतरिक कार्यशैली का परिचय नहीं है। तभी वे संघ के बारे में बयान देते हैं। अगर उन्होंने उनके (जयराम) के व्यक्तित्व के बारे में अच्छा बोला है, तो उसका स्वागत है।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा के सवाल पर जयराम ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। प्रदेश में बारिश से हो रहे नुकसान पर उन्होंने कहा कि अभी जो आंकड़े आ हैं, उसके मुताबिक पिछले सालों की तुलना में नुकसान कम है। सभी जगह बरसात से नुकसान को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदेश में शून्य बजट खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्य शुरू हो चुका है और उसके बेहतर परिणाम जल्द सामने आएंगे। रोहतांग दर्रे को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा एनजीटी के समक्ष सौंपी रिपोर्ट को खारिज करने पर कहा कि अभी निर्णय की डिटेल नहीं आई है। इस संबंध में जो आदेश होंगे, उनका पालन किया जाएगा। बाद में मुख्यमंत्री ने भाजपा के 'संपर्क फॉर समर्थन' अभियान के तहत धर्मशाला में कुछ वरिष्ठ लोगों से मुलाकात भी की।
मौसम खराब होने पर दिल्ली नहीं जा सके मुख्यमंत्री
संवाद सूत्र, शाहपुर : मुख्यमंत्री सोमवार को चंबा से धर्मशाला जाते समय शाहपुर में भी रुके। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर का जल्द धर्मशाला व देहरा में शिलान्यास होगा। उन्होंने सोमवार शाम को गगल हवाई अड्डे से दिल्ली रवाना होना था, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। दिल्ली में उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं से बैठक होनी तय थी। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने दिल्ली में आलाकमान से निगम और बोर्डो में ताजपोशी के बारे में चर्चा करनी थी।