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लंबा इंतजार, सपना साकार

एक लंबी कोशिश एक लंबा इंतजार अब हुआ जाकर सपना साकार। वर्षों पहले प्रदेश को एक बड़ी सौगात केंद्रीय विश्व विद्यायल के नाम पर मिली थी। सौगात जमीन पर तो उतरी और इसका लाभ भी मिलना शुरू हुआ लेकिन हकीकत में जो होना चाहिए था वह अभी तक नहीं हो पाया था। वीरवार को एक स्वर्णिम दिन भी बनाऔर सीयू भव

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 09:31 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 09:31 PM (IST)
लंबा इंतजार, सपना साकार
लंबा इंतजार, सपना साकार

दिनेश कटोच, धर्मशाला

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लंबी कोशिश, लंबा इंतजार और अब हुआ सपना साकार। करीब 10 साल पहले प्रदेश को बड़ी सौगात केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में मिली थी। सौगात जमीन पर उतरी और इसका लाभ भी मिलना शुरू हुआ। लेकिन हकीकत में जो होना चाहिए था वह अभी तक नहीं हो पाया था। वीरवार स्वर्णिम दिन बना और सीयू भवनों के निर्माण के लिए एक ईट भी आधार बनी। मौका था हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के भवनों की आधारशिला का। नेताओं में यह खुशी कि लंबे अर्से बाद आखिर केंद्रीय विश्वविद्यालय के भवन निर्माण की नींव तो पड़ी। देहरा व धर्मशाला में सीयू निर्माण के लिए चली वर्चस्व की जंग पहले से ही थी। पहले तो कांग्रेस क्या भाजपा में भी आपसी मतभेद थे, लेकिन समय के साथ ये खत्म हुए और अब दोनों ही जगह इसके निर्माण के लिए आधार मिला। भवन निर्माण कार्य तीन वर्ष में पूरा करने का दावा भी किया गया है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह सौगात दी है। साथ ही उन्होंने संदेश दिया कि निर्माण कार्य में देरी के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार दोषी रही है। केंद्रीय विवि की आधारशिला के बहाने लोकसभा चुनाव के लिए कदमताल भी हुई है।

कब मिला था केंद्रीय विवि

-15 अगस्त 2007 को हुई थी घोषणा

20 मार्च, 2009 को राष्ट्रपति ने अधिसूचना जारी की थी।

-वर्तमान में शाहपुर, धर्मशाला व देहरा ब्यास परिसर में विभिन्न विषयों के 12 स्कूल चल रहे हैं। कहां होगा परिसर और क्या होगा

केंद्रीय विवि के दो स्थानों पर परिसर होंगे। पहला धर्मशाला के समीप जदरांगल में होगा और यह 750 हेक्टेयर क्षेत्र में बनेगा। दूसरा परिसर देहरा में 287 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा। दोनों परिसरों के निर्माण पर 1300 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी और कार्य तीन वर्ष की भीतर पूरा किया जाएगा। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय/यूजीसी के मानकों के अनुरूप आने वाले समय में विश्वविद्यालय के 14 स्टडी स्कूल तथा 70 अध्ययन विभागों के अलावा लगभग 40 अध्ययन केन्द्र होंगे।


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