टूटी थी उम्मीद; नहीं छोड़ी आस, मिला रोजगार
सुना था कि वक्त जब इम्तिहान लेता है तो पूरी शिद्दत से लेता है... जिस किसी ने भी यह बात कही है बहुत सही कही है। यह कहना है मुख्यमंत्री स्ववालंबन योजना के लाभार्थी भवारना ब्लॉक के तहत ¨वद्रावन के मनोज कुमार का। दादा के समय से परिवार पौंग बांध विस्थापन का दर्द झेल रहा था।
मुनीष गारिया, धर्मशाला
सुना था वक्त जब इम्तिहान लेता है तो पूरी शिद्दत से लेता है। किसी ने यह बात बिलकुल सही कही है। यह कहना है मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के लाभार्थी भवारना ब्लॉक के तहत ¨बद्रावन निवासी मनोज कुमार का। बकौल मनोज, दादा के समय से परिवार पौंग बांध विस्थापन का दर्द झेल रहा था। जब पांच वर्ष का हुआ तो पिता का देहांत हो गया। घर में कमाने वाला कोई नहीं था और बड़ा बेटा होने के नाते परिवार की जिम्मेदारी पड़ गई। मुश्किल हालात में जमा दो तक पढ़ाई की। शौक तो आगे पढ़ने का भी था, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब थी तो वेल्डिंग का काम सीखा। दुकान खोलने की सोची तो सड़क हादसे में चोटिल हो गया। थोड़ी बहुत जो जमापूंजी थी वह इलाज पर खर्च हो गई। थोड़ा ठीक हुआ और दुकान के लिए लोन लेने की कोशिश की तो कमीशन की आवाजें गुंजने लगी। चारों ओर से हिम्मत टूट रही थी, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। सरकार बदली मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत दो लाख रुपये का लोन मंजूर हुआ है। अब मैं और छोटा भाई दुकान में काम करते हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं। केस स्टडी दो
पीएम से बात कर खुशी का ठिकाना नहीं रहा
मैं गरीब परिवार से संबंध रखती हूं। कभी सोचा नहीं था कि प्रधानमंत्री से बात करूंगी। आज जब पीएम से बात की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा है। शामनगर की सरिता देवी को चौथी कक्षा में पढ़ने वाली बेटी आंचल के लिए 5100 रुपये की एफडीआर और प्रति वर्ष 400 रुपये वजीफा लगा है। सरिता देवी का पति सुरेश कुमार मजदूरी करता है। इन्होंने भी की मोदी से बात
प्रधानमंत्री ने रैली के दौरान योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम ने मंडी जिले के थुनाग की खिम दासी, धर्मशाला से ओम प्रकाश चौधरी, अनिल कुमार, लाल ¨सह, नगरोटा बगवां की स्वर्णा देवी, ठियोग की कृष्णा देवी, ऊना के चमन लाल, बीना कुमारी, कुल्लू की शकुंतला देवी, भीमी देवी, बिलासपुर के घुमारवीं की सरिता देवी, झंडूता की कृष्णा देवी, नाहन की संतोष कुमारी, नीलम, मैहला के मनीष जंबाल, चंबा के देवी ¨सह, सलूणी के अशोक कुमार, कल्पा के वियोम ¨सह, प्रवीण कुमार, फतेहपुर की सोनिया देवी, धर्मशाला की शालिनी देवी, बैजनाथ की उदय लक्ष्मी, धर्मशाला की ¨पगला देवी, रैत की सुदर्शना देवी, धर्मशाला की अनिता देवी, भवारना के मनोज कुमार, धर्मशाला की सरिता, देहरा के अमनदीप ¨सह, धर्मशाला की सुनीता देवी, धर्मशाला की रचना, लंबागांव की विजय लक्ष्मी, धर्मशाला के पुन्नी लाल व क्यारू राम, जोगेंद्रनगर की लता कुमारी, पनारसा के अश्वनी राठी, हमीरपुर के सुरजीत कुमार, हमीरपुर की अंबिका धीमान, धर्मपुर के ज्ञान चंद और नालागढ़ की अंजू से संवाद किया।