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पुस्तक मेला देगा साहित्य को आधार

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) द्वारा धर्मशाला में एक पुस्तक मेले का आयोजन अप्रैल माह के किया जाएगा। मेले का मुख्य उद्देश्य साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ साथ स्थानीय स्तर पर भी साहित्यकारों को मंच प्रदान करना रहेगा। इस पुस्तक मेले की रूपरेखा का लेकर धर्मशाला में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के संपादक एवं हिमाचल के नोडल अधिकारी ललित मंडोरा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Mar 2019 10:40 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 10:40 PM (IST)
पुस्तक मेला देगा साहित्य को आधार
पुस्तक मेला देगा साहित्य को आधार

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) की ओर से धर्मशाला में पुस्तक मेले का आयोजन अप्रैल में किया जाएगा। मेले का मुख्य उद्देश्य साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर भी साहित्यकारों को मंच प्रदान करना होगा। पुस्तक मेले की रूपरेखा तैयार करने के लिए सोमवार को धर्मशाला में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के संपादक एवं हिमाचल के नोडल अधिकारी ललित मंडोरा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान 27 अप्रैल से पांच मई तक चलने वाले मेले के लिए रूपरेखा तैयार की गई। मेले के दौरान राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से प्रकाशित सभी पुस्तकों सहित प्रदेशस्तरीय व स्थानीय साहित्यकारों की पुस्तकों की भी प्रदर्शनी लगेगी। इसके अलावा साहित्यकारों की पुस्तकों पर चर्चा होगी। मेले में स्कूली बच्चों की भागीदारी भी सुनिश्चित होगी और उन्हें कहानी लेखन, कविता लेखन एवं संपादन के बारे में बताया जाएगा। लोक नृत्य व काव्य गोष्ठी भी मेले का मुख्य आकर्षण होंगे।

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युवाओं को आकर्षित करने की पहल

युवा साहित्य की ओर आकर्षित हों, इस दिशा में भी काम होगा। प्रदेश के कई ऐसे अनछुए पहलू हैं, जिन्हें भी काव्य गोष्ठी, कविता पाठ व लेखन के माध्यम से उजागर किया जाएगा। युवा साहित्यकारों की पुस्तकों का अवलोकन भी इस दिशा में बेहतर कार्य रहेगा।

ये साहित्यकार रहेंगे मौजूद

पुस्तक मेले के दौरान कथाकार ममता कालिया, कथाकार आलोचक कुमार कृष्ण, दिविक रमेश व प्रेम जनमेजय भी मौजूद रहकर साहित्य की बारीकियों से युवाओं को अवगत करवाएंगे। इन सभी प्रतिष्ठित साहित्यकारों की मौजूदगी में साहित्य के क्षेत्र में युवा साहित्यकारों को सीखने का मौका भी मिलेगा।

बैठक में इन्होंने लिया भाग

साहित्यकार नवनीत शर्मा, प्रत्यूष गुलेरी, संदीप परमार, राजीव त्रिगर्थी, भूपेंद्र सिंह, आरएम वासुदेवा, सीयू के हिदी विभाग से चंद्रकांत सहित साहित्य जगत की कई विभूतियों ने बैठक में भाग लिया।


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